बड़ी बमनपुरी से धूमधाम से निकाली गई श्रीराम परिवार की भव्य शोभायात्रा

- विभिन्न स्वरूपों से सजी झाकियों का जगह-जगह हुआ स्वागत

बरेली : बड़ी बमनपुरी में विगत 161 वर्षों से हो रही श्रीरामलीला के 17 वें दिन नृसिंह मंदिर से श्रीराम परिवार की शोभायात्रा धूमधाम के साथ निकाली गई। राम दरबार के साथ ही शिव परिवार समेत अन्य 10 झाकियों ने हर किसी का मन मोह लिया। राम दरबार के आगे बैंड, डीजे व ढोल की थाप पर नाचते हुए श्रद्धालु देखते ही बन रहे थे। शोभायात्रा पर जगह-जगह फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। जबकि कई जगहों पर श्रीराम दरबार की आरती उतारते हुए मिष्ठान वितरित किया गया। इस दौरान जय श्रीराम के गगनभेदी जयघोष से वातावरण राममय दिखा।

रामलीला के मंचन में 17 वें दिन लंका पर विजय और मां सीता की वापसी पर उत्साह और उमंग क साथ उत्सव मनाया गया। श्रीरामलीला सभा के अध्यक्ष अतुल कपूर, महामंत्री राधाकृष्ण शर्मा प्रहलाद ने मुख्य अतिथि एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल के साथ सभी देवी-देवताओं के स्वरूपों की आरती उतारी, फूलों की माला पहनाई और हरी झंडी दिखाकर शोभायात्रा को रवाना किया। शोभायात्रा में अन्य स्वरूपों में श्रीगणेश, शिवजी, चंद्रदेव, देवराज इंद्र, कृष्ण-बलराम-रुकमिणी, विष्णु- पार्वती, भारत माता, मां दुर्गा के स्वरूप अलग-अलग रथ में विराजमान थे। शोभायात्रा के साथ में सपेरों का नृत्य और औघड़ बाबा शिव परिवार की नृत्य लीला अलग समां बांध रही थी। शोभायात्रा की आरती उतारने वालों में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, भानु प्रताप शर्मा, पंजाबी सभा से संजय अरोड़ा, रस्तोगी सभा से राधाकृष्ण रस्तोगी, पर्यावरण विद प्रमिला सक्सेना, इंद्र देव त्रिवेदी, अमित अरोड़ा, सुनील मिश्रा, धीरज दीक्षित, प्रखर मिश्रा आदि रहे।

इस मार्ग पर होते हुए निकली शोभायात्रा

श्रीराम दरबार की भव्य शोभायात्रा ब्रह्मपुरी से मलूकपुर, बिहारीपुर, कुतुबखाना, बरेली कालेज, कालीबाड़ी, मठ की चौकी, बड़ा बाजार के बाद साहूकारा फाटक पर ठहरी। यहां राम-भरत मिलाप की लीला का मंचन हुआ। श्रीराम और भरत के आत्मीय, प्रेमपूर्ण और आदर के संवादों को सुनकर श्रोता द्रवित हो उठे। यहां से शोभायात्रा किला, जसौली, कुवंरपुर, सिटी सब्जी मंडी, वाल्मीकि आश्रम, मलूकपुर चौराहे होते हुए देर शाम लीला स्थल पर पहुंची।