-190 दिन बाद 30 सितम्बर को अनुमति मिलने के बाद उत्तराखंड के लिए रवाना हुई बसें

-आम दिनों की अपेक्षा कम ही दिखे बसों में पैसेंजर्स, लेकिन अवेयरनेस अधिक दिखी

इतनी गाडि़यां बरेली से हुई रवाना

4-टनकपुर

5-हल्द्वानी

2-हरिद्वार

2-देहरादून

बरेली: कोरोना काल से बंद उत्तराखंड बॉर्डर अब यूपी वालों के लिए भी ओपन कर दिया गया है। वेडनेसडे को इसकी आधिकारिक सूचना मिलने के बाद यूपी परिवहन निगम ने अपनी कुछ बसों का संचालन पुराने रोडवेज बस स्टैंड से शुरू कर दिया है। वहीं उत्तराखंड की बसें भी पैसेंजर्स को लेकर बरेली पहुंची। उत्तराखंड के लिए जाने वाली बसों में बैठे पैसेंजर्स भी उत्तराखंड का बॉर्डर ओपन होने से उत्साहित थे, इसमें सबसे अधिक देहरादून, हरिद्वार और टनकपुर जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या थी। एआरएम चीनी प्रसाद का कहना है कि उत्तराखंड के लिए बसों के संचालन की अनुमति मिलते ही बसों का संचालन शुरू करा दिया है, लेकिन पैसेंजर्स की संख्या अभी कम है।

बरेली में संख्या अधिक

उत्तराखंड के लोगों की बरेली में बड़ी संख्या रहती है। इस कारण बरेली और उत्तराखंड से आने-जाने वालों की संख्या आम दिनों में काफी रहती है। इतना ही नहीं बरेली से उत्तराखंड के बीच बड़ा कारोबार भी है। उत्तराखंड से बरेली और बरेली से उत्तराखंड के लिए बड़ी संख्या में कई वस्तुओं का आदान प्रदान होता है। जिस कारण बरेली से जाने वालों की संख्या खासी अच्छी रहती है।

आस्था का भी केन्द्र है यूके

बरेलियंस के लिए अगर आसपास पर्यटन स्थलों की बात की जाए तो सबसे पहले उत्तराखंड का ही नाम आता है। क्योंकि बरेली ही नहीं यूपी से हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग उत्तराखंड घूमने जाते हैं। उत्तराखंड जाने वालों में यूथ के साथ ही सीनियर सिटीजन की भी बड़ी संख्या होती है। क्योंकि उत्तराखंड के पूर्णागिरी मेला और हरिद्वार लोगों की आस्था का केन्द्र हैं, बड़ी संख्या में लोग वहां जाते हैं। इससे यूपी रोडवेज ही नहीं उत्तराखंड रोडवेज को भी अच्छी कमाई होती है। रेलवे भी यहां पर आने वालों के लिए स्पेशल ट्रेने संचालित कराता है। उत्तराखंड सरकार की तरफ से उत्तराखंड बॉर्डर ओपन किए जाने से व्यापार के साथ इनकम के स्रोत भी बढ़ेंगे।

रोजगार का रास्ता हुआ ओपन

बरेलियंस की मानें तो रूद्रपुर और हरिद्वार में सिडकुल एरिया होने के कारण रोजगार के अवसर अधिक हैं। उत्तराखंड बरेली से करीब भी है इसीलिए बरेली ही नहीं आसपास के जिलों से भी लोग उत्तराखंड और रूद्रपुर जॉब की तलाश में भी जाते हैं। लॉकडाउन के दौरान बॉर्डर सील होने से रोजगार पर भी संकट आ गया था। लेकिन अब उत्तराखंड बॉर्डर ओपन होने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

यूके में यह है पर्यटन स्थल

उत्तराखंड में कई विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी हैं। यहां बड़ी संख्या में बरेलियंस ही नहीं पूरे प्रदेश से लोग आते हैं। उत्तराखंड के मुख्य पर्यटन स्थलों में नैनीताल, भीमताल, अल्मोड़ा, रानीखेत, कौसानी, पिथौरागढ़, रामनगर, मंसूरी, देहरादून, नानक सागर, उत्तरकाशी में भी कई पर्यटन स्थल है। इसके साथ ही उत्तराखंड में आस्था के भी बड़े केन्द्र हैं। इसमें हरिद्वार, ऋषिकेश, बद्रीनाथ केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पूर्णागिरी, जागेश्वर धाम, रीठा साहिब गुरुद्वारा और नानकमत्ता गुरुद्वारा, कैंचीधाम आदि प्रमुख हैं।

उत्तराखंड के लिए बसों का संचालन 30 सितम्बर से शुरू कर दिया गया है। अभी उत्तराखंड के लिए पैसेंजर्स के हिसाब से कम ही बसें चलाई जा रही हैं जैसे ही पैसेंजर्स की संख्या बढ़ेगी बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

चीनी प्रसाद, एआरएम रुहेलखंड डिपो

क्या बोले पैसेंजर्स

उत्तराखंड के लिए बस सेवा शुरू होने से बड़ी राहत महसूस कर रहा हूं। काफी समय से उत्तराखंड बॉर्डर ओपन होने का इंतजार था। पेपर में पढ़ने के बाद जानकारी मिली तो काफी खुशी हुई। परिवार के साथ उत्तराखंड के लिए जा रहा हूं।

ओमप्रकाश, पैसेंजर

हरिद्वार जाने के लिए एक माह से उत्तराखंड बॉर्डर ओपन होने का इंतजार था। उत्तराखंड बॉर्डर ओपन होने की जैसे ही जानकारी मिली तो पहले कंफर्म किया, उसके बाद तुरंत तैयार होकर हरिद्वार जाने के लिए निकल पड़ा।

अवधेश, पैसेंजर

ज्वालापुर हरिद्वार के लिए जाना था, लेकिन उत्तराखंड का बॉर्डर ओपन नहीं था। पता चला कि उत्तराखंड के लिए बसों का संचालन शुरू हो गया तो सबसे पहले जाने के लिए आ गया। मुझे तो उत्तराखंड घूमने के लिए जाना था।

राजेश, पैसेंजर