प्राइवेट वेंडर अपने क्षेत्र में आप्टिकल फाइबर केबिल डालेंगे और ग्राहकों को कनेक्शन उपलब्ध कराएंगे

बरेली : अस्तित्व बचाने एवं राजस्व बढ़ाने को भारत संचार निगम ने प्राइवेट वेंडरों का सहारा लिया है। अब हाई स्पीड इंटरनेट सेवा कनेक्शन धारकों को आप्टिकल फाइबर के माध्यम से मिलेगी। बि¨लग बीएसएनएल ने करना शुरू कर दिया है। पूर्व में बीएसएनएल के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने वीआरएस ले लिया है। इसके बाद से निगम का सिस्टम गड़बड़ाने लगा और राजस्व भी घटने लगा। प्रतिस्पर्धा के दौर में इसमें सुधार लाने एवं राजस्व बढ़ाने के साथ-साथ ग्राहकों को बेहतर संचार उपलब्ध कराने को लेकर निगम गंभीर है। अब टीआइपी यानी टेलीकॉम इंफ्रा स्ट्रक्चर प्रोवाइर के माध्यम से ग्राहकों को हाईस्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेज हो गई है। निगम ने प्राइवेट वेंडरों से एग्रीमेंट करना शुरू कर दिया है। जनपद में इसके लिए एग्रीमेंट भी होने शुरू हो गए हैं।

100 एमबीपीएस की स्पीड

बीएसएनएल इन टीआइपी को वन जीबी की ओएलटी के माध्यम से कनेक्टिविटी दे रहा है। प्राइवेट वेंडर अपने-अपने क्षेत्र में आप्टिकल फाइबर केबल डालेंगे और ग्राहकों को कनेक्शन उपलब्ध कराएंगे। आप्टिकल फाइबर के माध्यम से इंटरनेट सेवा में प्रभावित होने की संभावना कम है। ग्राहक को 100 एमबीपीएस की स्पीड मिलेगी। कनेक्शन जारी कराने के बाद इसकी बि¨लग बीएसएनएल करेगा। बिल प्राइवेट वेंडर को दिया जा सकता है। साथ ही आनलाइन भुगतान की भी व्यवस्था है।

प्रोवाइडरों को निर्धारित कमीशन

भारत संचार निगम द्वारा प्राइवेट प्रोवाइडरों को निर्धारित कमीशन देगा। जितना अधिक यह कार्य करेंगे उतना अधिक लाभ इनको होगा। ग्राहकों को लुभाने के लिए अलग-अलग प्लान तैयार किए गए हैं।

सरकारी विभागों से किया जा रहा संपर्क

बीएसएनएल अधिकारियों ने सरकारी विभागों से इसको लेकर संपर्क शुरू कर दिया है। सभी विभागों में जाकर बीएसएनएल के इंटरनेट सेवा के बारे में जानकारी देने के साथ कनेक्शन दिया जा रहा है।

सुपरकोर राउटरों को करना पड़ा अपग्रेड

यह स्कीम इतनी प्रचारित एवं इसकी डिमांड बढ़ गई है कि बीएसएनएल के सुपरकोर राउटरों को अपग्रेड करना पड़ा है। कारण इंटरनेट का प्रयोग अधिक होना व लोड का बढ़ना बताया जा रहा है।

राजस्व बढ़ाने के लिए निगम ने प्राइवेट वेंडरों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा देना शुरू किया है। आप्टिकल फाइबर केबल डालकर ग्राहकों को कनेक्शन दिए जा रहे हैं।

- अनिल कुमार, महाप्रबंधक बीएसएनएल