-कोतवाली में दर्ज हुई थी अपहरण की एफआईआर, दो आरोपी हिरासत में

-नोएडा के लिए पुलिस टीम रवाना, अज्ञात में पुलिस कर चुकी अंतिम संस्कार

बरेली : बरेली के होटल रोहिला से लापता मेंथा कारोबारी की नोएडा के दादरी में गोली मारकर हत्या कर शव हाइवे किनारे फेंक दिया गया। व्यापारी की पत्‍‌नी ने दो लोगों पर अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हुआ। नोएडा पुलिस व्यापारी के शव की पहचान न होने की वजह अज्ञात में अंतिम संस्कार कर चुकी है। बरेली से एक टीम नोएडा रवाना हो गई है। पुलिस जल्द पूरे मामले का खुलासा कर सकती है। पुलिस को आरोपियों ने जो कहानी बताई है उसके मुताबिक व्यापारी ने सुसाइड प्लान किया था, लेकिन उसकी आरोपियों ने लालच में हत्या कर दी।

30 अगस्त को गायब हुआ था व्यापारी

बता दें कि 3 सितंबर को कोतवाली में अशरफ खां चौकी के सामने आशा विहार निवासी स्वाति अग्रवाल ने पुलिस को सूचना दी कि उनके पति रूपेश अग्रवाल 30 अगस्त की सुबह 5 बजे बिना बताए घर से निकल गए और वापस नहीं लौटे। उनके दोनों फोन बंद आ रहे हैं। जब उन्होंने पता किया तो जानकारी हुई कि उनके पति रोहिला होटल में दो लोकं के साथ रुके थे और 31 अगस्त को चेक आउट किया था। होटल से मिली जानकारी के मुताबिक के उसके पति के साथ आलोक नगर निवासी अवधेश गंगवार और डिफेंस एंक्लेव निवासी ललित रुके थे। ट्यूसडे को कोतवाली पुलिस को पता चला कि एक सितंबर को रुपेश का शव नोएडा में दादरी के पास पैरीफेरल हाइवे पर पड़ा मिला था और उनकी गोली मारकर हत्या की गई थी, जिसका पोस्टमार्टम कराने के बाद नोएडा पुलिस ने शिनाख्त न होने पर अज्ञात में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया। इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस ने परिवार वालों को दी तो घर में कोहराम मच गया।

व्यापार की वजह से थे परेशान

पुलिस के मुताबिक रुपेश मेंथा व्यापारी थे और काफी समय से बिजनेस की वजह से परेशान चल रहे थे। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में शामिल होटल में मौजूद रहे आरोपी अखिल और एक ड्राइवर राजू को गिरफ्तार किया है। जबकि रुपेश के साथ होटल में मौजूद दूसरा आरोपी अवधेश अभी फरार है। गिरफ्त में आए आरोपियों ने बताया कि रूपेश व्यापार में परेशान होने की वजह से जान देना चाहते थे। इसलिए सुसाइड का प्लान कर रहे थे। उन्होंने ड्राइवर राजू को इस बारे में बताया था लेकिन ड्राइवर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था और उसने अपने साथियों अवधेश और अखिल को शामिल कर लिया।

एटीएम से निकले 80 हजार रुपए

पुलिस के मुताबिक प्लान के तहत व्यापारी आरोपियों के साथ गए और उन्होंने एटीएम से 20 हजार रुपए भी निकाल कर दिए और बाहर छोड़ देने के लिए कहा था लेकिन इसी दौरान आरोपियों को लालच आ गया, जिसके बाद उन्होंने एटीएम पिन पता चलने पर उनके अकाउंट से 80 हजार रुपए निकाल लिए। यही नहीं फिर पकड़े जाने के डर से प्लान के तहत कार से नोएडा की ओर लेकर गए और फिर गोली मारकर हत्या कर दी और शव हाइवे किनारे फेंक दिया था।

लगाई थी फर्जी आईडी

पुलिस की जांच में सामने आया कि एक आरोपी अखिल ने होटल में ललित नाम कि फर्जी आईडी लगाई थी, जो पुलिस की हिरासत में है और अपना असली नाम भी बताया है। पुलिस इस वारदात में शामिल तीसरे आरोपी अवधेश की तलाश कर रही है।