(बरेली ब्यूरो)। फैक्ट्री से निकालने के बाद पहली बार हुई ट्रायल मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की संभावना बढ़ गई है। यह योगनगरी व अमृतसर से चलकर मुरादाबाद बरेली होकर लखनऊ तक जा सकती है।

बरेली-सहारनपुर के बीच हुआ ट्रायल
भारतीय रेलवे के कोच फैक्ट्री चेन्नई में वर्ष 2018 में तेज गति से चलने वाली ट्रेन तैयार की गई थी। इससे ट्रेन-18 के नाम से जाना जाता था। कोच फैक्ट्री में बनने के बाद पहली बार इस ट्रेन को ट्रायल के लिए मुरादाबाद लाया गया। अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम ने बरेली से सहारनपुर के बीच एक माह तक ट्रायल किया गया था। पहले ट्रायल में सफल होने के बाद गति की ट्रायल पलवल-मथुरा रेल मार्ग पर ट्रायल किया। उम्मीद की जा रही है कि पहली बार ट्रेन-18 मुरादाबाद रेल मंडल होकर चलेगी। वर्ष 2019 में ट्रेन-18 का नाम बदल कर वंदे भारत किया गया और नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाया गया था।

400 ट्रेन चलाने की घोषणा
मंगलवार को लोकसभा बजट प्रस्तुत में तीन साल में चार सौ वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की घोषणा की गई है। इसके बाद मुरादाबाद मंडल से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की संभावना बढ़ गई है। सरकार का योगनगरी स्टेशन पर सबसे अधिक ध्यान दे रही है, इसलिए वंदे भारत एक्सप्रेस को योगनगरी से मुरादाबाद-बरेली होकर लखनऊ से आगे चलाया जा सकता है। यह भी माना जा रहा है कि अमृतसर से मुरादाबाद होकर लखनऊ के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस चल सकती है। बजट में चार सौ ट्रेनें किस मार्ग पर चलेगी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ट्रेन-18 के ट्रायल के समय रेलवे प्रशासन का कहना था कि ट्रायल मार्ग पर नई ट्रेन चलाई जाएगी।