-शाही के सुल्तानपुर गांव में गन्ने के खेत में मिली नवजात बच्ची

-रात को चीटियों ने बच्ची के पैरों को नोचा

बरेली:

सुबह पांच बजेअचानक गन्ने के खेत से बच्चे के रोने की आवाज, नौलख राम ने सुनी तो वह गन्ने के खेत में पहुंचे। जहां पर एक नवजात को देखकर वह दंग रह गए। गन्ने के खेत में लावारिस नवजात बच्ची के गर्भनाल भी लगी हुई थी। नवजात को रोता देख नौलख राम ने सूचना अन्य ग्रामीणों को दी तो पूरा गांव मौके पर पहुंच गया। हर कोई नवजात को जन्म देने वाले दंपत्ति को कोस रहा था। आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी जो नवजात के लिए इस तरह गन्ने के खेत में फेंक दिया। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और नवजात को सीएचसी ले जाया जहां से उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। बच्ची को जन्म देने वाले दंपत्ति ने तो उसे लावारिस छोड़ दिया, लेकिन अब कई लोगों ने उसे अपनाने के लिए हाथ बढ़ाया है।

हॉस्पिटल में चल रहा इलाज

दुनका के सुल्तानपुर गांव निवासी नौलख राम के घर से पास गन्ने का खेत है। नौलख ने बताया कि वह सुबह पांच बजे जागा तो अचानक किसी बच्चे के रोने की आवाज गन्ने के खेत से आई। उन्होंने खेत में जाकर देखा तो वहां पर एक नवजात पड़ी थी, उसके गर्भनाल भी लगी हुई थी। बच्ची के पैरों में चीटियां नोच रहीं थी। इसकी जानकारी गांव के लोगों को दी तो कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नवजात को गांव की महिलाओं की मदद से साफ सफाई कराई और उसे एम्बुलेंस से सीएचसी शेरगढ़ लग गए। जहां से बच्ची को जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया। अब बच्ची का जिला महिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

गोद लेने के लिए कई तैयार

गन्ने के खेत में बच्ची को पड़े रहने से उसके पैरों को चीटियों ने नोच कर गहरे जख्म बना दिए, जिससे बच्ची रो रही थी। बच्ची को गन्ने के खेत में सबसे पहले नौलख राम और उनकी पत्नी गुलशन ने देखा तो उसे गुलशन ने स्तनपान भी कराया। नौलख का कहना है कि वह इस बच्ची को भी गोद लेने के लिए तैयार है। इसके साथ गांव के ही कई अन्य दंपत्ति भी नवजात को गोद लेने के लिए कवायद में जुटे हैं। कई दंपत्ति तो सीएचसी तक पहुंचे और गोद लेने के लिए गुहार लगाई। हालांकि मौके पर मौजूद चौकी प्रभारी दुनका सुनील कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बच्ची के स्वस्थ्य होने के बाद सरकार द्वारा गोद लेने की प्रक्रिया को जो पूर्ण करेगा उसी के अनुसार बच्ची को गोद दिया जाएगा।

बच्ची सैप्टीसीमिया से ग्रस्त मिली है जिस कारण से नवजात के अंदरूनी अंगों में संक्रमण और सांस लेने में भी दिक्कत बनी हुई है।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस महिला अस्पताल