-दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद चाइल्ड लाइन ने लिया एक्शन

- सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट ने दर्ज कराए बयान, जांच में मिली दोषी

बरेली: वेडनसडे को चाइल्ड लाइन प्रबंधन ने किशोरी को पीटने वाली को-ऑडिनेटर कुसुम ठाकुर की सेवाएं समाप्त कर दीं। ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बिहार की किशोरी को चाइल्ड लाइन में पीटे जाने की खबर को प्रमुखता से पब्लिश किया था जिस पर सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट ने टीम के बयान दर्ज कर वेडनसडे को पूरी रिपोर्ट चाइल्ड लाइन को सौंप दी। सिटी चाइल्ड लाइन को-अर्डिनेटर और उनकी टीम के सीडब्ल्यूसी ने जो बयान उनके आधार पर को-अर्डिनेटर पर दोषी माना गया। इस पर चाइल्ड लाइन प्रबंधन ने को-आर्डिनेटर कुसुम ठाकुर को चाइल्ड लाइन से निष्कासित कर सेवाएं समाप्त कर दी है।

आईनेस्ट ने पब्लिश की थी न्यूज

रेलवे जंक्शन पर 21 फरवरी रात करीब एक बजे बिहार के बक्सर निवासी एक 17 वर्षीय किशोरी को जीआरपी ने बिना टिकट ट्रेन से उतारी थी। इसके बाद चाइल्ड लाइन को सौंप दी। किशोरी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह दिल्ली घर वालों को बगैर बताए जा रही थी। किशोरी ने आरोप लगाया कि चाइल्ड लाइन सिटी को-अर्डिनेटर कुसुम ठाकुर ने पूछताछ के दौरान उसे थप्पड़ और स्केल से पीटा। इतना ही नहीं किशोरी ने चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन नम्बर पर भी पीटाई की शिकायत की थी। इसी मामले को चाइल्ड लाइन डायरेक्टर अनीस अहमद जहांगीरी ने मामले की जांच के लिए सीडब्ल्यूसी को पत्र भेजा था।

डायरेक्टर को भेजी रिपोर्ट

सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट डॉ। डीएन शर्मा ने सुबह दोपहर को सिटी चाइल्ड लाइन टीम के दो मेंबर मेघा और शहरीन के साथ रेलवे को-आर्डिनेटर शेर मोहम्मद और कुसुम ठाकुर के बयान दर्ज कर पूरी रिपोर्ट चाइल्ड लाइन डायरेक्टर को भेज दी है।

जांच में मिले दोषी

चाइल्ड लाइन डायरेक्टर का कहना है कि मामले में की जांच रिपोर्ट सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट की तरफ से मिली है। जांच में दोषी पाए जाने पर सिटी को-आर्डिनेटर कुसुम ठाकुर को चाइल्ड लाइन से तत्काल प्रभाव से सेवा मुक्त कर दिया।

चाइल्ड लाइन के रेलवे और सिटी को-आर्डिनेटर के साथ दो टीम मेंबर के बयान दर्ज किए थे। पूरी रिपोर्ट चाइल्ड लाइन को भेज दी है। रिपोर्ट के आधार पर चाइल्ड लाइन डायरेक्टर उचित निर्णय लेंगे।

डॉ। डीएन शर्मा, सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट