- दोस्त के साथ जाएगा गंगा बहादुर, सरोज को ले जाएगा भाई

- बरेली कैंट क्षेत्र में घूमते हुए पकड़े गए थे दोनों

----

बरेली : कैंट क्षेत्र से संदिग्ध मानकर पकड़े गए नेपाल युवकों को राहत मिली है। लंबी पूछताछ के बाद जांच एजेंसियों को कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला, जिसके बाद उनके घर जाने का रास्ता साफ हो गया। बता दें कि इससे पहले आर्मी इंटेलीजेंस की पूछताछ और जांच में कई ऐसी बातें सामने आई थीं जिससे नेपाली युवक पूरी तरह से संदिग्ध लग रहा था। आगे की जांच में क्लियर हुआ कि यह संदिग्ध नहीं है।

मिले थे 10 सिम

बीते ट्यूजडे को कैंट से आर्मी इंटेलीजेंस ने जिला मकवानपुर, नेपाल निवासी गंगा बहादुर मंगलवार को पकड़ा था। वह बोलने व सुनने में अक्षम है। उसके पास से दूतावासों के नंबर, 10 सिम कार्ड, दो आधार कार्ड, पैन ड्राइव आदि सामान मिला था। बरेली आने के बारे में उसका कहना था कि तीन महीने पहले वह यहां आया था। यहां उसने आधार कार्ड बनवा लिया था। लोगों से मदद मांगकर पेट भर रहा था। शक के आधार पर आर्मी इंटेलीजेंस, एटीएस व कैंट पुलिस ने लंबी पूछताछ की। जांच की तो पता चला कि उसका एक आधार कार्ड असली है, दूसरा उसे कहीं पड़ा मिला। पेन ड्राइव खाली निकली। इसके बाद ट्यूजडे को उसके परिजनों से फोन पर संपर्क कर उसे छोड़ने की बात कह दी गई। वेडनसडे को दिल्ली में रहने वाला गंगाबहादुर का दोस्त बरेली आएगा। उसी के साथ उसे नेपाल भेज दिया जाएगा।

फायरिंग रेंज से भी मिला था एक

वहीं, फ्राइडे को भी भरतौल फाय¨रग रेंज से नेपाल निवासी सरोज को पकड़ा गया था। उसे भी संदिग्ध मानकर पूछताछ हुई। सरोज के बताए गए घर के पते पर पुलिस ने संपर्क साधा और कुछ मोबाइल नंबर जुटाए। परिजनों ने वही बताया जो सरोज बता रहा था। उनके अनुसार, वह दिल्ली में नौकरी कर रहा था। सरोज ने बताया कि वह दिल्ली से बस पर बैठा था, रास्ते में चाय पी थी। इसके बाद उसे याद नहीं कि वह कैसे यहां आया। पुलिस ने उसके भाई से संपर्क किया है। वह उसे लेने के लिए आ रहा है।

---

वर्जन -

जांच में दोनों नेपाली युवकों के पास से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। उनके परिजनों से बात हो गई है। बुधवार तक वह लोग आ जाएंगे। दोनों को उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा।

-अवनीश सिंह, इंस्पेक्टर कैंट, बरेली