-कई माह बाद रेलवे जंक्शन पर दिखने लगे पैसेंजर्स, नहीं ओपन हुई अभी शॉप्स

-बैंडर की शॉप अभी बंद, टिकट कंफर्म वाले पैसेंजर्स को ही प्लेटफार्म पर एंट्री

बरेली: रेलवे जंक्शन पर कई माह बाद क्लोन ट्रेने और स्पेशल ट्रेनों का संचालन अब शुरू हो गया है, जिससे जंक्शन के प्लेटफार्म पर फिर से रौनक दिखने लगी। हालांकि आम दिनों जैसी पैसेंजर्स की संख्या प्लेटफार्म पर ही नहीं ट्रेनों में भी देखने को नहीं मिल रही है। ट्रेनों में भी सीटें खाली चल रही। हालांकि प्लेटफार्म पर सिर्फ उन्हीं पैसेंजर्स को एंट्री दी जा रही जिनकी रिजर्वेशन कंफर्म है। इसके लिए प्लेटफार्म एंट्री गेट पर ही एक व्यक्ति रिजर्वेशन की लिस्ट को टेली कर पैसेंजर्स को प्लेटफार्म पर एंट्री दी जा रही है।

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21 सितम्बर से शुरू हुई क्लोन

-रेलवे की तरफ से बरेली जंक्शन से होकर गुजरने वाली 8 क्लोन ट्रेने हैं। यह सभी ट्रेनें बरेली जंक्शन से होकर गुजरती है। यह सभी गाडि़यां रेलवे की तरफ से 21 सितम्बर को शुरू की गई थी। इसके साथ ही 12 सितम्बर से स्पेशल ट्रेनें शुरू हुई है जिसमें से कुछ ट्रेने डेली तो कुछ डेली नहीं है। इन सभी ट्रेनों के शुरू होने से जहां पैसेंजर्स को राहत मिली तो वहीं सीटों के कंफर्म होने की समस्या से भी कुछ हद तक राहत मिली है।

टेस्ट के बाद ही प्लेटफार्म पर एंट्री

रेलवे की तरफ से पैसेंजर्स को सुरक्षित यात्रा कराने और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कराने का पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इतना ही नहीं रेलवे जंक्शन पर उसी पैसेंजर्स को प्लेटफार्म पर एंट्री दी जा रही है जिसके पास कंफर्म टिकट है और उसका चार्ट में नाम है। इसके बाद पैसेंजर्स की थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है ताकि ट्रेन में सफर करने वाले अन्य पैसेजर्स को प्रॉब्लम न हो।

एडीआरएम ने किया निरीक्षण

रेलवे जंक्शन पर सैटरडे सुबह एडीआरएम मान सिंह मीना निरीक्षण के लिए पहुंचे। सुबह 11 बजे करीब बरेली जंक्शन पहुंचकर लॉबी, प्लेटफार्म, सहित कई एरिया का निरीक्षण किया। इसके बाद रेलवे जंक्शन हो रहे धरने को देखकर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि रेलवे की बरेली जंक्शन से होकर 110 टेनें चलती थी जिसमें से अभी 10 परसेंट ही ट्रेने चल रही है ऐसे में भी आपस में झगड़ा करते हो। इसीलिए धरना खत्म कर काम करो।

कर्मचारियों का धरना खत्म

रेलवे जंक्शन पर सीआईटी और टीटीई के आपस विवाद को लेकर चल रहा धरना सैटरडे को सीनियर डीसीएम ने हस्तक्षेप के बाद खत्म करा दिया। धरना दे रहे कर्मचारियों का कहना था कि सीआईटी को हटाया जाए उन के खिलाफ एक्शन लिया जाए।