बरेली (ब्यूरो)। किसानों के बजाय बिचौलियों से हो रही धान खरीद का कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने भंडाफोड़ कर दिया। मंगलवार दोपहर बाद नरियावल मंडी में लगे धान खरीद केंद्रों के निरीक्षण करने पहुंची जहां पर कमिश्नर ने फर्जीवाड़ा पकड़ लिया। यूपीएसएस के केंद्र प्रभारी ने फर्जी मोबाइल नंबर डालकर नौ किसानों से 560 क्विंटल धान की खरीद दिखा डाली। कमिश्नर ने मौके पर ही किसानों से मोबाइल नंबर पर खुद बात की तो पूरा मामले का खुलासा हो गया।

आठ मोबाइल नंबर पर इनकमिंग नहीं
आठ मोबाइल नंबर में अहमद रजा खान महेश पाल रामपाल के मोबाइल नंबर पर इनकमिंग नहीं थी। एक किसान जसोदा देवी के मोबाइल पर कॉल की गई तो कॉल किसी पुरुष ने रिसीव की। उसने धान बेचने से इनकार कर दिया। जिस पर यूपीएसएस इस्माइलपुर नरियावल मंडी के केंद्र प्रभारी संकल्प कटियार के खिलाफ थाना बिथरी चैनपुर में यूपीएसएस के क्षेत्रीय प्रबंधक ओमेंद्र कुमार की ओर से धोखाधड़ी, फर्जी किसानों के दस्तावेज तैयार करने, उनके नाम पर गहन जाँच कर आवश्यकता अनुसार सरकारी खरीद करने और सरकारी धन का गबन करने के आरोप में एफआईआरदर्ज कराई गई है। क्षेत्रीय साधन सहकारी समिति इस्माइलपुर के सेंटर इंचार्ज संकल्प कटियार से किसानों की फर्जी खरीद के संबंध में जवाब तलब किया गया। जिस पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए । इसके बाद उन पर विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं।

125 बोरा धान निकले कम
कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने नरियावल मंडी पर खाद्य विभाग के प्रभारी मंजीत सिंह से 344 क्विंटल धान के संबंध में सत्यापन कराया। सत्यापन में सभी किसानों के धान खरीदे जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्होंने खाद्य विभाग के दूसरे खरीद केंद्र की प्रभारी सुषमा से जानकारी की। सुषमा ने कहा कि 625 बोरी धान ट्रक ट्रक यूपी 25 टी 2556 में लोड कराया गया है। ट्रक सरकारी धान लेकर बीएल एग्रो फूड नवाबगंज जा रहा है। इस पर कमिश्नर ने अपने सामने ही ट्रक को रुकवा कर उसकी गिनती कराई। ट्रक में 500 बोरी धान निकले। जबकि सेंटर इंचार्ज ने 625 बोरा धान लोड होने की बात कही थी।

फर्म को किया ब्लैक लिस्ट
125 बोरा धान कम होने पर ठेकेदार श्याम लॉजिस्टिक हैंडलिंग का ठेका तत्काल निरस्त कर दिया गया। उनकी फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। इसके अलावा केंद्र प्रभारी सुषमा को धान खरीद में लापरवाही बरतने के आरोप में प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। उनको सरकारी खरीद से हटा दिया गया है। यूपीएसएस के दो सेंटर को बंद कर दिया गया है। नारियावल मंडी में खाद्य विभाग के चार सेंटर हैं। सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं किसानों से संपर्क कर वास्तविक धान की खरीद करें और लक्ष्य को पूरा कराएं।

एक सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
सरकारी खरीद केंद्रों में फर्जीवाड़ा पाए जाने पर कमिश्नर ने सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मंडल भर में धान खरीद में लगी एजेंसी यूपीएसएस पीसीयू और पीसीएफ के स्थापित खरीद केंद्रों की 21 नवंबर और 22 नवंबर को धान की किसान बार सत्यापन करते हुए मोबाइल नंबर के साथ रिपोर्ट देने के आदेश संबंधित जिला खरीद अधिकारी, अपर जिलाधिकारी को दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में बरेली पीलीभीत शाहजहांपुर और बदायूं में तीनों संस्थाओं द्वारा की गई खरीद के संबंध में सत्यापन रिपोर्ट दें। इन संस्थाओं के खरीद केंद्रों पर सबसे ज्यादा गड़बड़ी की शिकायतें कमिश्नर को मिल रही हैं।

निरीक्षण कर दूर कराएं समस्याएं
धान उतार में हो रही देरी और डाला वसूली की शिकायतों को लेकर कमिश्नर ने सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला खरीद अधिकारी एडीएम से कहा है कि वह ललौरी खेड़ा गोदाम का निरीक्षण करें। धान उतार, डाला वसूली की जो समस्याएं आ रही हैं उनका समाधान कराएं। लापरवाही, भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डाला वसूली करने वालों पर एफआईआर होगी। लालौरीखेड़ा गोदाम की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे कि राइस मिल वालों को सीएमआर उतारने में किसी तरह की समस्या ना हो। निरीक्षण संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी बरेली मंडल सचिन कुमार, जिला खाद्या विपणन अधिाकरी कमलेश पाण्डेय, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीएसएस ओमेन्द्र कुमार तथा अनिल कुमार व मंडी आदि उपस्थित रहे।