फ्लैग- मढ़ीनाथ और मॉडल टॉउन में जमकर हंगामा

- कब्जा को लेकर निगम टीम के विरोध में धरना देकर नारेबाजी

- मॉडल टाउन में सब्जी विक्रेताओं को हटाने को लेकर हुआ विवाद

बरेली :ट्यूजडे को नगर निगम की टीम मढ़ीनाथ में दुकान पर अवैध कब्जा हटाने गई तो जमकर हंगामा हुआ। साथ ही लोग धरने पर बैठ गए। वहीं दूसरी तरफ मॉडल टाउन में वसूली के लिए गई नगर निगम के अफसरों को कब्जेदारों ने घेर लिया। साथ ही अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अतिक्रमण दस्ते में तैनात कमांडो के मोबाइल तक छीन लिए। जिसके बाद अफसरों को पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।

कमांडो से छीना मोबाइल

कर निर्धारण अधिकारी विपिन कुलदीप के नेतृत्व में एक टीम मॉडल टाउन स्थित फल-सब्जी मंडी पहुंची। वहां फड़ विक्रेताओं के फॉर्म भरने और सरकारी फीस जमा करने के लिए जैसे ही वसूली की तभी विक्रेताओं ने हंगामा कर दिया। देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए और निगम टीम को लोगों ने घेर लिया। यहां तक की टीम के साथ गए प्रवर्तन दल के कमांडों के हाथों से लोगों ने मोबाइल तक छीन लिए।

टीम को बनाया बंधक

विक्रेताओं का कहना था कि जब फड़ लगाने की रसीद पहले से हम कटवा रहे है तो अब किस बात की फीस की वसूली हो रही है। वहीं भीड़ में कुछ लोगों ने यह अफवाह उड़ा दी कि टीम सर्वे कर विक्रेताओं को दूसरे स्थान पर भेजेगी। तभी विक्रेता नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। टीम का घेराव कर उन्हें बंधक तक बना लिया गया।

फीस कराई वापस

सूचना मिलने पर नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने मौके पर ललतेश कुमार सक्सेना की टीम को भेजा। टीम ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर गुस्साए लोगों को शांत कर उन्हें प्रक्रिया के बारे में समझाया है और उनके फीस वाले पैसे वापस कराए गए। इसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने प्रवर्तन दल के कमांडों के मोबाइल वापस कर दिए।

मढ़ीनाथ में जमीन खाली करने पहुंची टीम, हंगामे के बाद लौटी

मढ़ीनाथ चौकी के बगल में बने हुए सरकारी जमीन पर मकान को खाली कराने पहुंची टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। एक बार फिर नगर निगम की टीम विरोध के चलते बना कब्जा मुक्त किए वापस लौटी है। नगर निगम की कार्रवाई पर कुछ लोग धरने पर बैठ गए। नगर निगम की टीम ने ट्यूजडे की दोपहर को मढ़ीनाथ चौकी के पास सरकारी जमीन पर कब्जा लेने पहुंच गई। टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद था। टीम ने कब्जा लेने के लिए जेसीबी चलाने की तैयार की तभी वहां रहने वालों ने हंगामा कर दिया। नारेबाजी करते हुए लोग धरने पर बैठ गए। मनोज विकट ने चौकी के पास धरना देना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि नगर निगम ने एसडीएम कोर्ट से फर्जी तरीके से आदेश करा लिया है। इस मकान में वह 48 साल से रह रहे हैं और उन्होंने बताया इस का बैनामा कराया था। जबकि नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में केस जीतने के बाद नगर निगम 2 महीने पहले मकान को खाली कराने के लिए पहुंची थी लेकिन मनोज विकट नें कोरोना के चलते 2 महीने का समय मांगा था। नगर निगम की टीम ने उन्हें 2 महीने का समय दिया था वह समय पूरा हो गया है। अब नगर निगम की टीम फिर से मकान को खाली कराने के लिए पहुंची है। अतिक्रमण प्रभारी ललतेश कुमार ने बताया कि लोग विरोध पर उतर आए। जमीन नगर निगम की है और उसको खाली कराना है। मजिस्ट्रेट के न आने की वजह से कब्जा ले नहीं पाए हैं। अगली कार्रवाई अब मजिस्ट्रेट के आने के बाद होगी।