केस:1 डिस्टेंस एजुकेशन की वैल्यू ज्यादा या डेली कोर्सेज की

मेरठ के एक स्टूडेंट ने आरटीआई अप्लाई किया है, जिसमें उसने पूछा है कि आरयू से मिलने वाली डिस्टेंस एजूकेशन की डिग्री की वैल्यू ज्यादा है या फिर डेली कोर्सेस की। स्टूडेंट के आरटीआई में पूछे गए सवाल को पढ़ने के बाद अफसर परेशान हैं कि उसे क्या आंसर दिया जाए। क्योंकि आरयू डिस्टेंस एजूकेशन कराता ही नहीं है। इसीलिए आरयू ने आरटीआई अप्लाई करने वाले को यही आंसर लिखकर भेजा है कि आरयू से डिस्टेंस एजूकेशन नहीं दी जाती है।

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केस:2

मुरादाबाद के एक स्टूडेंट ने आरटीआई में पूछा है कि आरयू से कौन सी डिग्री का कोर्स करे कि उसे जॉब मिल जाए। सवाल पढ़ने के बाद आरयू प्रशासन हैरत में है। हालांकि इस बारे में आरटीआई आवेदक को आंसर दिया गया कि वह जो चाहें कोर्स करें, सभी कोर्स अच्छे हैं।

केस:3

आंवला के एक स्टूडेंट ने आरटीआई में जानकारी मांगी है कि आरयू ने अब तक कितने लोगों को गोल्ड मेडल और डिग्री दी है। उसका रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाए। अब ऐसे में अफसर भी नहीं समझ पाए कि उसे इतना रिकॉर्ड किसलिए चाहिए। फिलहाल उसने आरयू अफसरों को परेशान करने के लिए इस तरह से आटीआई अप्लाई करना माना जा रहा है। परेशान अफसरों ने उसे रिप्लाई में लिखा कि वह इतना रिकॉर्ड क्यों दे इसके लिए कोई कारण भी बताया जाए ताकि वह जरूरत होने पर रिकॉर्ड दे सकें।

केस:4

शहर के ही एक कैंडिडेट्स ने आरटीआई अप्लाई की है। जिसमें कैंडिडेट्स ने पूछा है कि इस अब तक आरयू के जो फेल कैंडिडेट्स चैलेंजिंग मूल्यांकन में पास हो गए, उनका साल तो खराब हो गया है। ऐसे में आरयू की तरफ से उन्हें कोई छूट, फीस वापस या खर्चा दिया जाता है। इस तरह की अजब सवाल पूछने वाले कैंडिडेट्स को क्या आंसर दिया जाए इस बारे में अफसर खुद भी परेशान हैं।

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-आरटीआई में स्टूडेंट्स के अजब-गजब सवालों से आरयू प्रशासन परेशान

-अभी तक 1600 से ज्यादा स्टूडेंट कर चुके हैं आरटीआई अप्लाई

बरेली: तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हैरान हूं मैं। तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मै। गाने के इन बोलों जैसी स्थिति इस समय आरयू प्रशासन की भी है। स्टूडेंट्स के द्वारा की जा रही आरटीआई अप्लाई से आरयू प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। पिछले कुछ समय से स्टूडेंट्स आरटीआई के जरिए अजब-गजब सवाल पूछ रहे हैं जिससे आरयू प्रशासन परेशान है। आरटीआई में पूछे गए कुछ सवाल तो ऐसे हैं जिनका डाटा जुटाना आरयू के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। हालांकि आरयू सभी आरटीआई के सवालों के जवाब दे रहा है।

मेन एग्जाम के बाद बढ़ी आरटीआई

आरयू के मेन एग्जाम में फेल होने के बाद कैंडिडेट्स ने आरटीआई खूब अप्लाई किया। मेन एग्जाम के बाद करीब 1600 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने आरटीआई अप्लाई किया है। इसमें उन स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है जो किसी कारण से मेन एग्जाम में फेल हो गए या फिर कम मा‌र्क्स मिले हैं। इन सभी कैंडिडेट्स ने आरटीआई अप्लाई कर कॉपी देखने की मांग की है। हांलाकि आरयू आरटीआई अप्लाई करने वाले सभी कैंडिडेट्स को कॉपी दिखा भी रहा है लेकिन इसमें कुछ ऐसे कैंडिडेट्स हैं जो अजब ही सवालों के जवाब पूछ रहे हैं। जिसके जवाब देने में अफसरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

25 हजार से ज्यादा आरटीआई

ज्ञात हो आरयू में पिछले वर्ष 25 हजार से अधिक आरटीआई आई थी। जिसमें अलग-अलग तरह की आरटीआई तो थी लेकिन सबसे अधिक तो आरटीआई कॉपी देखने वालों की थी। जिस कारण आरयू को करीब छह माह तक कॉपियों का अवलोकन कराने में ही गुजर गए।