यह भी जानें

-15 डिग्री तक का तापमान में अंतर हो रहा है मिनिमम और मैक्सिमम टेंप्रेचर में

-7 डिग्री से कम और 10-12 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा का अंतर शरीर पर विपरीत प्रभाव डालता है

-15 से 20 करीब पेशेंट्स डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के फ्लू कार्नर में आ रहे डेली

- डॉक्टर्स के मुताबिक वायरस के सक्रिय होने के लिए अनुकूल है मौसम

-एक्सपर्ट के मुताबिक, तीन से पांच दिनों में हल्की बारिश के आसार

बरेली: दिल्ली में कोरोना की सेकेंड स्टेज की दस्तक हो गई है, जिससे हालात भी बेकाबू हो रहे हैं लेकिन अब मौसम की पलटी भी बरेलियंस की नींद उड़ाने के लिए काफी है। जी हां तीन दिनों में करीब पांच डिग्री सेल्सियस तक पारा लुढ़कने से मौसम का मिजाज बदलने लगा है। बीते दिनों दिन में गर्माहट और रात में हल्की ठंड से सक्रिय हुई वायरल बीमारियों के साथ ही, अब संक्रमण की आशंका भी बढ़ती जा रही है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने वायरल से ग्रसित लोगों को संक्रमण की जांच कराने का सुझाव दिया है।

फ्लू कार्नर में बढ़ रही भीड़

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मौसम में आए बदलाव के बाद फ्लू कॉर्नर पर उमड़ रही भीड़ को देखते हुए उसकी लोकेशन आरटीपीसीआर लैब से फीवर वार्ड के पास कर दी गई है। उधर, तापमान में गिरावट के साथ ही, सर्दी, खांसी, जुकाम, वायरल और एलर्जिक रोगों के मरीजों की संख्या बढी है। सीएमएस डॉ। हर्षवर्धन के मुताबिक मौसम परिवर्तन के कारण मरीजों की तादाद बढ़ रही है। मरीजों को कोरोना जांच कराने में कोई दिक्कत न हो इसलिए सैंपलिंग काउंटर को बर्न वार्ड से हटाकर अस्पताल परिसर में ही व्यवस्थित कर दिया गया है।

ज्यादा डिफरेंस घातक

मौसम विभाग की वेबसाइट आईएमडी के मुताबिक मैक्सिमम और मिनीमम टेम्प्रेचर में करीब 13 से 15 डिग्री तक का अंतर दर्ज हो रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक तापमान में सात डिग्री से कम और दस 12 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा का अंतर शरीर पर विपरीत प्रभाव डालता है।

वायरल से बचने के टिप्स

- ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करें।

- शरीर साफ रखें, नमक के गरारे करें।

- सिर और कान को ढंककर ही रखें।

- अस्थमा के मरीज दवाएं साथ रखें।

- योग और व्यायाम को नियमित करें।

- फुल स्लीव और पैंट या जींस पहनें।

- सुबह और शाम गर्म कपड़ें ही पहनें।

- गुनगुने पानी का नियमित सेवन करें।

- तेल की मालिश करें और काढ़ा पिएं।

- खुले में रखे खाद्य पदार्थ सेवन न करें।

- सब्जी, फल आदि को धोकर ही खाएं।

- ब्लोअर या हीटर का कम उपयोग करें।

बदल रहा टेम्प्रेचर

मंडे को 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद ट्यूजडे को पारा में बढ़त हुई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आसमान साफ होने से चटख धूप खिली जिसकी वजह से तापमान बढ़ने से हल्की राहत मिली है। उन्होंने अगले करीब तीन से पांच दिन में हल्की बारिश के आसार जताए हैं। जिसके बाद शीतलहर का प्रकोप जारी होने की आशंका जताई है।

अगले करीब पांच दिनों में अगर बारिश हुई तो फिर नवंबर में ही शीतलहर शुरू होने की आशंका है। लगातार मौसम में बदलाव होगा, वहीं हवाओं में भी नमी की स्तर बदलेगा।

डॉ। जेपी गुप्ता, डायरेक्टर, आंचलिक मौसम अनुसंधान केंद्र