- कोविड की थर्ड वेव के चलते चाक चौबंद की जा रही व्यवस्थाएं

- राज्य वित्त आयोग के तहत तैनात स्टाफ की सेवाएं की समाप्त

बरेली : कोविड की थर्ड वेव की आमद को लेकर शासन से लेकर प्रशासन तक कवायद तेज कर दी गई है। थर्ड वेव में नौनिहालों के अधिक संक्रमित होने के आशंका जताई जा रही है। ऐसे में पूर्व में ही 300 बेडड कोविड हॉस्पिटल में दस बेड का पीकू यानि पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड बनाया गया है। अब शासन की ओर से 100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी हॉस्पिटल को उपलब्ध करा दिए गए हैं।

सीएचसी-पीएचसी से भेजा जाएगा स्टाफ

कोविड की दस्तक के बाद राज्य वित्त आयोग और ठेके के माध्यम से नर्सिग और पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती यहां की गई थी। सेकेंड वेव का प्रकोप कम होने के बाद करीब पांच माह पहले 38 ठेका कर्मचारियों की सेवाएं प्रशासन ने समाप्त कर दी थीं। वहीं सैटरडे को राज्य वित्त आयोग के माध्यम से हॉस्पिटल में कार्यरत लैब टेक्निशियन और प्राइम क्लीन स्टाफ को भी हटाया जाएगा। हॉस्पिटल में मानव संसाधन की कमी के चलते किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए सीएमओ ने सीएचसी-पीएचसी पर कार्यरत 4 डॉक्टर्स और 6 स्टाफ नर्स को यहां तैनात किया है। इस संबंध में 300 बेड कोविड हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। पवन कपाही ने बताया कि 100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर आ गए हैं। वहीं सीएचसी-पीएचसी से डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स की तैनाती का आदेश भी प्राप्त हो गया है।