- तीन साल में रेप, अपहरण, पॉक्सो एक्ट और छेड़खानी के 3266 मामले आए सामने

-पुलिस की सख्ती के बाद भी कम नहीं हो रहा महिला अपराध, सुरक्षित घर पहुंचाने को पीआरवी तैनात

केस-वन

मासूम से दुष्कर्म का प्रयास

बीते थर्सडे को मीरगंज में एक मासूम घर के सामने खेल रही थी तभी पड़ोस में रहने वाला रासिद मासूम को बहलाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। जब परिजन बच्ची को ढूढ़ने निकले तो आरोपी मासूम को छोड़कर भाग गया। परिजनों ने मीरगंज थाना में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

केस- टू

महिला कोच से युवती को फेंका

28 दिसंबर को एक युवती काठगोदाम एक्सप्रेस के महिला कोच में सफर कर रही थी तभी कोच में सवार तीन-चार शोहदे छेड़खानी करने लगे। जब युवती ने विरोध किया तो शोहदों ने मारपीट कर उसे ट्रेन से बाहर फेंक दिया। सूचना पर पहुंची जीआरपी ने उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। बाद में युवती दहशत की वजह से बिना रिपोर्ट दर्ज कराए ही बाहर चली गई।

केस- तीन

9वीं की छात्रा का अपहरण कर गैंगरेप

0 मई 2018 को सुभाषनगर में नाइंथ क्लास की स्टूडेंट से इंटर के कुछ स्टूडेंट्स ने गैंगरेप किया था। आरोपियों ने एक किशोरी के साथ मिलकर पहले से उसका अपहरण किया। बाद में छात्रा को नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। घटना के पांच दिन बाद पुलिस ने रेप, अपहरण और पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

केस- चार

35 लोगों ने महिला से कई सालों तक किया रेप

बीते 18 दिसंबर को एक चौका देने वाला मामला समाने आए था। कैंट इलाके की रहने वाली महिला के मुताबिक 35 लोगों ने उससे कई सालों तक रेप किया। फिर वीडियो बनाकर उसे ब्लैक मेल कर रहे हैं। महिला ने कहा कि और वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहे हैं। जब महिला ने कैंट थाना में शिकायत की तो पुलिस ने उसकी बातों पर विश्वास न करते हुए उसे थाने टरका दिया था। जिसके बाद महिला ने एसपी क्राइम रमेश भारतीय से शिकायत कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

बरेली: डिस्ट्रिक्ट में बेटियां कहीं भी महफूज नहीं हैं। घर हो या बाहर महिलाओं से अभद्रता आम बात हो गई है। यह बात हम नहीं बल्कि थानों में दर्ज आंकड़े बता रहे हैं। पिछले तीन सालों में शहर के अलग-अलग थानों में पॉक्सो एक्ट, रेप, अपहरण और छेड़खानी के 3266 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं कुछ केस तो पीडि़तों ने समाज में बदनामी के डर दबा दिए। हालांकि पुलिस इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठा रही है लेकिन इसके बाद भी मामले कम होने के बजाए बढ़ रहे हैं। एक दिन पहले जिले में बेटियों को रात में सेफली घर पहुंचाने के लिए पीआरवी तैनात की गई है।

साल पॉक्सो एक्ट रेप अपहरण छेड़खानी

2017 146 63 395 364

2018 186 72 450 411

2019 203 80 402 494

टोटल 535 215 1247 1269

एंटी रोमियो स्क्वायड लापता

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एंटी रोमियो स्क्वायड बनाया गया था जिसका नाम बदलकर बाद में महिला शक्ति दल कर दिया गया, लेकिन यह लापता है। स्कूल-कॉलेज के बाहर छेड़खानी के मामले कम होने के बजाए और बढ़ गए हैं जिसके चलते ग‌र्ल्स सिक्योर फील नहीं करती हैं।

पीआरपी पहुंचाएगी घर

महिलाओं के रात में कहीं फंसने शहर में पीआरवी तैनात की गई है। जो 112 पर कॉल करने पर रात 10 से सुबह 6 के बीच महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाएगी। इसमें दो महिला कांस्टेबल की तैनाती भी कर दी गई है। साथ ही दो सिपाही भी रहेंगे। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यह कदम उठाया गया है। क्योंकि पहले रात के समय में घर जाते समय महिलाओं के साथ कई घटनाएं हो चुकी हैं।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिले में पुलिस सक्रियता से काम करती है। महिला अपराध को रोकने के लिए पुलिस हर थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई है। महिलाओं की शिकायत पर पुलिस फौरन मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर देती है।

शैलेश कुमार पाण्डेय, एसएसपी