-दिल्ली को आने-जाने वाली एसी बसों में भी नहीं हो पा रही सीटों की बुकिंग

-रोडवेज बसों के कंडेक्टर और ड्राइवर बस में बैठने वाले पैसेंजर्स को कर रहे अवेयर

बरेली: कोरोना से अलर्टनेस के चलते ट्रेन ही नहीं रोडवेज की बसों से सफर करने वाले पैसेंजर्स की संख्या भी 30-40 परसेंट तक कम हो गई है। इतना ही नहीं दिल्ली सहित अन्य रूट पर चलने वाली एसी बसों में भी लोड फैक्टर के मुताबिक पैसेंजर्स नहीं मिल पा रहे हैं ऐसे में कई बार तो बसें भी कैंसिल हो जा रही है। वहीं परिवहन विभाग के एआरएम चीनी प्रसाद ने बताया कि बसों और बस स्टैंड आदि को सेनेटाइज किया जा रहा है। लोगों को अवेयर करने के साथ ड्राइवर और कंडेक्टर भी पैसेंजर्स को अवेयर करने का काम कर रहे हैं।

पम्फलेट पढ़कर सुना रहे

-रोडवेज बस में सफर करने वाले पैसेंजर्स भी सुरक्षित यात्रा करें इसके लिए बस के कंडेक्टर और ड्राइवर भी पैसेंजर्स को बचाव के लिए अवेयर कर रहे हैं। इतना ही नहीं बसों को बस स्टैंड से निकलने से पहले सेनेटाइज किया जा रहा है। ड्राइवर और कंडेक्टर को मास्क लगाकर ही चलने के लिए निर्देश दिए है। बस स्टैंड पर जगह-जगह बचाव के लिए नोटिस बोर्ड भी लगाए गए हैं ताकि पैसेंजर्स बचाव के लिए सभी अवेयर रहें। वहीं कंडेक्टर को विभाग की तरफ से दिए गए पम्फलेट में कोरोना से बचाव संबंधी दिशा निर्देश दिए हैं।

मेरी पहली कोशिश यही रहती है कि मैं घर से निकलने से बचूं। लेकिन कई बार ऐसा संभव नहीं होता है। ऐसे में मैं अपने चेहरे को मास्क से ठक कर रखती हूं, और समय-समय पर सेनेटाइजर का इस्तेमाल करती हूं। इस वक्त सेनेटाइजर और मास्क ही जीवनदान का रूप है।

मिनल खान, पैसेंजर

-कोरोना को लेकर लोग कितना जागरूक है इसका अंदाजा बसों को देखकर लगाया जा सकता है। इसीलिए मैं भी अपने घर वापस जा रहा हूं। समय-समय पर सेनेटाइजर यूज करने के साथ मास्क तो सफर के दौरान परमानेंट लगाए रहता हूं।

मो। सईद, पैसेंजर

अहमदाबाद की एक निजी कंपनी में काम करता हूं। शहर के मथुरा होते हुए अहमदाबाद ही जा रहा था। लेकिन बाहर निकलने से डर लग रहा था, इसीलिए मुहं पर रूमाल बांध लिया है। इसके अलावा मेरे पास बचाव के लिए और कुछ है भी नहीं।

राहुल, पैसेंजर

मैं तो आंवला का रहने वाला हूं। शॉपिंग करने के लिए बरेली आया था, लेकिन कोरोना के बारे में और शहर में कम लोग देखकर काफी डर लग रहा है। क्योंकि मैं मास्क का भी ज्यादा इस्तेमाल नहीं कर पाता हूं। इसीलिए बिन वजह सफर नहीं करता हूं। अब कहीं नहीं सीधे घर जा रहा हूं।

हरीशंकर, पैसेंजर

कोरोना से बचाव आसान नहीं है, क्योंकि हमारा तो काम ही कुछ ऐसा है। लेकिन फिर भी जितना हो सकता है उतना अपने हाथ को सेनेटाइजर से वॉश करता हूं, और इन दिनों को अपने मित्रों को भी हाथ न मिलाने की सलाह देता हूं। बस ड्राइव करने से पहले पैसेंजर्स को भी सलाह देता हूं।

अवधेश कुमार, ड्राइवर

-मास्क का खुद भी इस्तेमाल करता हूं और पैसेंजर्स को भी यही सलाह दे रहा हूं कि वायरस से बचने के लिए एक्टिव रहे। साफ सफाई से रहे, मास्क पहने और सेनेटाइजर यूज करें। कहीं पर भी कोई प्रॉब्लम हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

ललित यादव कंडक्टर

-बसों में तीस परसेंट से अधिक का लोड फैक्टर घटा है। ऐसी बसों में भी पैसेंजर्स की संख्या में काफी गिरावट आई है। दिल्ली जाने वाली बसों में तो सीटें खाली तक चल रही हैं। कई बार तो पैसेंजर्स अधिक कम होने के चलते बसों को भी निरस्त कर दिया जाता है।

चीनी प्रसाद, एआरएम बरेली