-नकारात्मक सोच के साथ सोशल मीडिया का भी कर दिया बॉयकॉट

बरेली। अक्सर नकारात्मक सोच हमारे ऊपर इस कदर हावी हो जाती है कि अपनी छोटी सी तकलीफ भी बहुत बड़ी लगने लगती है। चाहें फिर वो बीमारी हो या फिर कोई अन्य समस्या। ऐसा ही कुछ इस बार कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले लोगों के साथ हो रहा है। लेकिन अधिकतर लोग इन सब नकारात्मक तत्वों को नजरअंदाज कर अपने उज्ज्वल भविष्य और जल्द ही स्वस्थ होने की मंशा के साथ इस गंभीर बीमारी से लड़कर उभर रहे हैं।

चुनाव में हुए संक्रमित

ऐसा ही कुछ अनुभव इस संक्रमण की चपेट में आने वाले विद्युत विभाग के एक कांट्रेक्टर स्टेडियम रोड स्थित सिटी हार्ट कॉलोनी निवासी गोपाल गुप्ता ने किया। उन्होंने बताया की चुनाव के दौरान वह भी एक उम्मीदवार की तरफ से तैयारियां कर रहे थे। इसी बीच स्वस्थ बिगड़ा तो 16 अप्रैल को उन्होंने कोविड टेस्ट कराया, जिसमे वह पॉजिटिव निकले। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों से सलाह ली तो उन्हे होम आइसोलेट कर दिया गया। गोपाल गुप्ता ने बताया कि पॉजिटिव आने के बाद मन में तरह तरह के ख्याल आने लगे थे। साथ ही लगातार सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से आने वाली नकारात्मक सूचनाएं भी मन विचलित कर रही थीं। ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के साथ ही मोबाइल का भी बॉयकॉट कर दिया और फिर मन भी शांत रहने लगा। बताया कि योग करने के साथ ही उन्होंने दवाई व संतुलित आहार का भी ध्यान रखा। साथ ही दिन में कम से कम पांच बार स्टीम भी ली। परिवार से दूर रहना इस वक्त जरूरी भी था लेकिन मन भी नहीं मान रहा था। लेकिन किसी तरह मन को काबू कर परिस्थितियों को समझा और जल्द ही स्वस्थ होने का संकल्प लिया। देखते ही देखते कुछ दिनों में उनका स्वस्थ बेहतर हो गया और तीन मई को कराए टेस्ट में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। इसके बाद पूरे परिवार ने राहत की सांस ली। उन्होंने बताया कि बीमार होने से पहले एक परिचित उनसे मिलने आए थे, जिन्होंने उनसे यह बात छिपाई कि उनके परिवार में कुछ लोग संक्रमित हैं। लेकिन अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। अब वह परिचितों को बीमारी से बचने के लिए प्रेरित करने के साथ ही, संक्रमित हो चुके लोगों की मदद भी कर रहे हैं।