आइटीआर फैक्ट्री की जमीन पर ईएसआइ अस्पताल बनाने की तेज हुई कवायद

विरोध की आशंका में कमिश्नरी के अधिकारियों ने पूरे दिन बनाए रखी नजर

बरेली:

सीबीगंज में आइटीआर फैक्ट्री की जमीन पर बने आवास के खाली होते ही प्रशासन ने बुलडोजर चलवा निर्माण ढहवा दिए। एक दिन पहले ही पांच परिवारों ने आवास खाली किए थे। बुलडोजर के पंजे की जद में कुछ अवैध कब्जे भी आए। विरोध की आशंका में पूरे दिन कमिश्नर कार्यालय के अधिकारियों ने नजर बनाए रखी।

15 साल से हैं बंद

5 साल से बंद पड़ी इंडिन टर्पेनटाइन रेजिन फैक्ट्री (आइटीआर) पर ईएसआइ अस्पताल, आइटी पार्क जैसे प्रोजेक्ट का रास्ता साफ होने के साथ ही, सरकार ने कर्मचारियों के करोड़ों रुपये के बकाए भुगतान चुकता किया है। अस्पताल निर्माण के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम के पक्ष में 33000 प्रति वर्ग मीटर की दर से जमीन की कीमत 62.436 करोड़ होती है। कैबिनेट ने फैसला किया कि इसी रकम से वर्षों से लंबित कर्मचारियों का भुगतान किया जाएगा। भुगतान के चेक परिवारों को दिए जाने के बाद आवास को बुधवार को खाली कराया था। इसके बाद इस जमीनों पर बनाए निर्माणों को ढहाया गया। इस दौरान कोई विरोध नहीं हुआ।

सिर्फ मूल रकम ही मिली

अरसे से लंबित चल रहे आइटीआर फैक्ट्री के कर्मचारी भुगतान से पहले ही खुश नहीं थे। उन्हें सिर्फ मूल रकम ही वापस मिली है। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें आइटीआर की चौक नंबर 6 से 8 तक की भूमि बकाया भुगतान के एवज में आवंटित कर दी जाए। ऐसा भी हो सकता है कि बकाया भुगतान की राशि का 66 फ़ीसदी बढ़ोतरी कर उन्हें रकम दी जाए। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्हें सिर्फ मूल रकम ही चुकाई गई है।