- सभी सीएचसी-पीएचसी पर डेंगू वार्ड बनाने का शासन ने जारी किया आदेश

- जनवरी से अब तक करीब 1500 मरीजों में हो चुकी है मलेरिया की पुष्टि

1,31,565 जांच जनवरी से अब तक हुई

1452 केस मलेरिया के जिले में मिले

1318 केस मलेरिया पीवी के मिले

134 मरीजों में मलेरिया पीएफ की पुष्टि

65 बच्चे सैटरडे को ओपीडी में आए

55 बच्चों में फीवर की हुई पुष्टि

06-06 बेड के डेंगू वार्ड हेल्थ सेंटर्स पर बनेंगे

बरेली : हाल ही में आगरा, एटा समेत अन्य जिलों में बुखार से लोगों की जान चली गई है, जिस कारण शासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। शासनादेश के अनुपालन में हेल्थ डिपार्टमेंट ने व्यवस्थाएं चाक चौबंद करना शुरू कर दिया है। मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के लिए अब जिले के सीएचसी-पीएचसी पर 6-6 बेड के डेंगू वार्ड बनाए जाएंगे, जिसके लिए सीएमओ ने आदेश जारी कर दिया है।

दो से अधिक पेशेंट्स कोविड हॉस्पिटल में होंगे रेफर

शासन आदेश की मानें तो सीएचसी-पीएचसी पर डेंगू के दो पेशेंट्स ही भर्ती किए जा सकेंगे, इससे अधिक पेशेंट्स होने पर उन्हें कोविड हॉस्पिटल रेफर कर दिया जाएगा। यह कवायद इसलिए भी की जा रहा है कि अभी कोविड के केसेस कम आ रहे हैं वहीं मलेरिया और डेंगू की प्रकोप जारी हो गया है। इसलिए कोविड हॉस्पिटल में डेंगू से ग्रसित पेशेंट्स का उचित देखरेख के साथ ही इलाज भी मिल सकेगा।

पीवी के 1318, पीएफ के 134 मरीज

संचारी रोग नियंत्रण के तहत जनवरी माह से मलेरिया विभाग अभियान चलाकर लोगों की जांच कर इलाज मुहैया करा रहा है। मलेरिया विभाग के डाटा के अनुसार अब जिले भर में 1,31,565 लोगों की मलेरिया और डेंगू की जांच की गई, जिसमें 1318 मरीजों में मलेरिया प्लाज्मोडियम बाइवेक्स यानि पीवी और 134 मरीजों में फेल्सीफेरम की पुष्टि हो चुकी है। वहीं अभी तक डेंगू का कोई मरीज जिले में नहीं मिला है।

चार ब्लॉक अतिसंवेदनशील

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। देशराज सिंह ने बताया कि पिछले दो वर्षो से जिले के मीरगंज, भमौरा, बहेड़ी, धौराटांडा में सबसे अधिक मरीज डेंगू के मिले थे जिस कारण इन्हें संवेदनशील घोषित किया गया है। डोर टू डोर सर्वे के लिए यहां दर्जन भर से अधिक टीमों को लगाया गया है। जो कि लोगों की जांच कर रहीं है। वहीं डेली रिपोर्ट भी शासन को भेजी जा रही है।

55 बच्चों को फीवर की शिकायत

जिला अस्पताल की ओपीडी में सैटरडे को 65 बच्चों को परामर्श दिया गया, जिसमें 55 बच्चे फीवर से ग्रसित पाए गए। इस संबंध में बच्चा वार्ड डॉक्टर वैभव शुक्ला ने बताया कि सैटरडे को ओपीडी में 65 बच्चे इलाज के लिए आए जिसमें 55 बच्चों में फीवर की पुष्टि हुई। बच्चों के साथ ही हर आयु वर्ग के लोग वायरल फीवर की चपेट में है।

बनाई गई फीवर डेस्क

पिछले एक माह से फीवर के बढ़ते प्रकोप के चलते जिला अस्पताल के हार्ट वार्ड में फीवर हेल्प डेस्क बनाई गई है, जहां मरीजों को फीवर से जुड़ी हर समस्या और फौरन इलाज के लिए डॉक्टर से पास भेजा जा रहा है। ओपीडी के समय तक फीवर डेस्क की सुविधा मरीजों के लिए शुरू की गई है।

डेंगू, मलेरिया के बढ़ते प्रकोप के चलते सीएचसी-पीएचसी पर डेंगू वार्ड बनाने के आदेश दिए हैं। वहीं दो से अधिक डेंगू के पेशेंट्स होने पर उन्हें फौरन 300 बेड कोविड हॉस्पिटल भेजा जाएगा। वही मलेरिया की जांचे बढ़ाने के भी आदेश दिए हैं।

डॉ। बलवीर सिंह, सीएमओ