इमरजेंसी वार्ड में महिला की फ्राइडे रात मौत, परिजनों का आरोप नहीं आए ईएमओ

खून के लगातार दस्त होने व सांस लेने में तकलीफ के चलते हालत बिगड़ गई थी

BAREILLY:

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज में बरती गई लापरवाही ने एक और घर में मातम कर दिया। हॉस्पिटल की इमरजेंसी वार्ड में ठीक होने की उम्मीद बांधे एक महिला की फ्राइडे रात दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि इलाज के दौरान बड़ी लापरवाही बरती गई। ड्यूटी पर तैनात ईएमओ को बार बार सूचित करने के बावजूद उन्होंने मरीज को देखने के लिए समय नहीं निकाला। वार्ड में मौजूद स्टाफ ने ही मरीज को संभालने की कोशिश की। लेकिन बिना डॉक्टर के मरीज की गंभीर हालत को संभालना स्टाफ के लिए मुश्किल हो गया। परिजनों का आरोप है कि मामले की शिकायत तक नहीं सुनी गई।

खूनी डायरिया बना वजह

मीरंगज निवासी अमरावती उम्र 53 साल की पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। फ्राइडे दोपहर हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। महिला डायरिया की गंभीर हालत से जूझ रही थी। उसे ब्लीडिंग संग लगातार दस्त हो रहे थे। वहीं सांस लेने में भी बेहद तकलीफ हो रही थी। महिला को इमरजेंसी वार्ड में एडमिट कर इलाज शुरू कराया गया। परिजनों का आरोप है कि रात में हालत बिगड़ने पर ईएमओ को बुलाया गया। लेकिन ईएमओ मरीज को देखने नहीं पहुंचे। लगातार ब्लीडिंग वाले दस्त के चलते महिला डिहाईड्रेशन का शिकार हो गई। देर रात 12.30 तक ईएमओ के न पहुंचने के चलते मरीज की मौत हो गई।

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मैं स्टेशन के बाहर हूं। ईएमओ ने मरीज को देखा होगा। एक ही डॉक्टर पर कई जिम्मेदारियां भी हैं। वापस आने पर मामले में पूछताछ करूंगी। - डॉ। परवीन जहां, सीएमएस