-खूनी लैट्रिन और उल्टी आने पर हो जाएं सतर्क

-लार से फैल रही है बीमारी

-संक्रमित कुत्तों की संख्या में तेजी से हुई बढ़ोत्तरी

<-खूनी लैट्रिन और उल्टी आने पर हो जाएं सतर्क

-लार से फैल रही है बीमारी

-संक्रमित कुत्तों की संख्या में तेजी से हुई बढ़ोत्तरी

BAREILLY BAREILLY यदि आपके घर में डॉगी है तो सतर्क हो जाएं। क्योंकि प्रजेंट टाइम में कुत्तों में तेजी से सीपीवी 'कैनाई पारगो वायरस' फैल रहा है। इस कारण डॉगी खूनी लैट्रिन और उल्टी करता है। इसके साथ ही वह खाना-पीना छोड़ देता है। अगर, उसे समय रहते इलाज मुहैया न कराया जाएं, तो कुत्ते की जान भी जा सकती है।

सक्रिय हुआ वायरस

मौसम परिवर्तन होते ही कुत्तों में सीपीवी सक्रिय हो गया है। आम भाषा में कहें तो कुत्तों में डायरिया तेजी से बढ़ रहा है। पपी में इसके फैलने की संभावना काफी प्रबल है। आईवीआरआई के वैज्ञानिकों का कहना है कि दूषित खाने और पानी से कुत्तों में यह बीमारी फैल रही है। उन्होंने बताया आमतौर पर यह बीमारी सर्दियों या बरसात में फैलती है। लेकिन अभी मौसम में अचानक बदलाव आया है। तापमान में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। इसके चलते कुत्तों की पाचन प्रक्रिया खराब हो गई है। कंप्लीट वैक्सीनेशन से इस बीमारी को रोका जा सकता है।

कब-कब कराएं वैक्सीनेशन

वैज्ञानिकों ने बताया पहला वैक्सीन पपी के ब्भ् दिन के बाद, दूसरा और तीसरा वैक्सीन ख्क्-ख्क् दिन के अंदर लगना जरूरी होता है। इसके बाद नेक्स्ट ईयर इस क्रम को पूरा करना जरूरी होता है। इससे कुत्तों में फैलने वाली डायरिया की बीमारी को काफी हद तक रोका जा सकता है।

यह हैं लक्षण

-खूनी लैट्रिन करता है।

-खूनी उल्टी करता है।

-खाना-पीना छोड़ देता है।

-कुत्ते में बदबू आती है।

-कुत्ते की लार गिरती रहती है।

-कुत्ते का लीवर कमजोर हो जाता है।

मौसम परिवर्तन के कारण कुत्तों में सीपीवी वायरस तेजी से फैल रहा है। पपी की इसकी चपेट में आने की संभावनाएं काफी हैं। कंप्लीट वैक्सीनेशन से इसे रोका जा सकता है।

डॉ। के महेंद्रन