बच्चा वार्ड में शहर के कई एरियाज से पहुंच रहे डायरिया से पीडि़त बच्चे
गंदगी, अनहाइजीन और खराब आदतों के चलते बीमार, पेरेंट्स जिम्मेदार
BAREILLY:
पिछले डेढ़ महीने से मासूमों को अपनी गिरफ्त में लेने वाली डायरिया बीमारी का जोर जरा भी कमजोर नहीं पड़ा है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के बच्चा वार्ड में डायरिया, उल्टी दस्त व डिहाइड्रेशन से पीडि़त बच्चों की भरमार है। 24 बेड वाले वार्ड में टयूजडे को 18 से ज्यादा मासूम एडमिट थे। जिनमें से 11 डायरिया व उल्टी दस्त के मरीज हैं। हैरत की बात यह रही कि बच्चों में डायरिया फैलने के मौसम से ज्यादा जिम्मेदार मां की ममता रही। तीन से डेढ़ साल की उम्र वाले इन बच्चों के बीमार पड़ने के पीछे गंदगी, अनहाइजीन और मां की साफ सफाई की आदत न होना बड़ी वजह बनकर सामने आया है।
पेरेंट्स को सिखा रहे हाइजीन
यूं तो डायरिया के लिए गंदा पानी एक बड़ी वजह है। लेकिन बच्चा वार्ड में एडमिट मासूम शहर के अलग अलग एरियाज से हैं। हर जगह गंदे पानी की दिक्कत नहीं। वार्ड इंचार्ज डेजी लाल ने बताया कि बच्चों के इतनी कम उम्र में डायरिया की चपेट में आने की वजह मां-बाप में साफ सफाई की आदत न होना है। वार्ड में बच्चे के इलाज के दौरान भी मां-बाप साफ सफाई का अक्सर ध्यान नहीं रख रहे। वहीं पीडियाट्रिशियन डॉ। एसके सागर का भी कहना है कि अनहाइजीन के चलते बच्चे डायरिया की चपेट में ज्यादा आ रहे। ऐसे में वार्ड में स्टाफ की ओर से ऐसे लापरवाह पेरेंट्स को साफ सफाई बरतने और हाइजीन के साथ साफ खाना पानी बच्चों को देने के टिप्स सिखाएं जा रहे हैं।
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मरीज उम्र एरिया
मोहित एक माह स्वाले नगर
यशिका एक साल फरीदपुर
संजना डेढ़ साल गणेशनगर
मो। अफीक दो साल इज्जतनगर
वैष्णवी 10 महीने कालीबाड़ी
आजम एक साल चक महमूद
राजकुमार दो साल प्रेमनगर
आशा 10 महीने बिहारीपुर
वैष्णवी 08 महीने बारादरी
अर्पित 4 महीने फरीदपुर
एकता 3 महीने इज्जतनगर
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