बरेली:
1-मल्टी स्टोरी पार्किंग
डेडलाइन- अगस्त 2019
बजट- 4 करोड़
2015-2016 में नगर निगम ने बोर्ड बैठक में मोती पार्क में मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने का प्रस्ताव पास हुआ था। बीडीए की आपत्ति के बाद निगम ने कुतुबखाना में मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने की योजना बनाई। लेकिन मेयर और नगर आयुक्त में सामांजस्य न होने के कारण अभी तक कुछ भी काम शुरू नहीं हो पाया है। जबकि अगस्त 2019 तक काम पूरा होना था। वहीं इसकी वजह से शहर में डेली जाम की स्थिति बनी रहती है।
मल्टी स्टोरी पार्किंग का काम अभी शुरु नहीं हो सका है। इसकी जानकारी शासन को भी भेजी गई है। शासन से आदेश आने के बाद ही निर्माण शुरू होगा।
ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।
2-पार्को का सौंदर्यीकरण
डेडलाइन- एक पार्क की 6 महीने
बजट- 6.81 करोड़
अमृत योजना के तहत शहर के गांधी उद्यान, सीआई, राम मनोहर लोहिया, रामलीला ग्राउंड और अक्षर विहार पार्क को सौंदर्यीकरण करना था। इसके लिए शासन की ओर से 30 लाख रुपए का बजट दिया गया। लेकिन निगम की हीलाहवाली से अभी सिर्फ 20 परसेंट काम हुआ है। वहीं शासन को काम की रिपोर्ट न देने पर आगे का बजट भी रोक दिया गया है।
किस पार्क के लिए कितना बजट
गांधी उद्यान - 1 करोड़ 21 लाख
अक्षर विहार - 1 करोड़ 50 लाख
सीआई पार्क - 1 करोड़ 54 लाख
रामलीला पार्क - 1 करोड़ 30 लाख
राम मनोहर लोहिया - 30 लाख 20 हजार
कटघर पार्क - 96 लाख
दो साल पहले शहर के 6 पार्को का अमृत योजना के तहत सौंदर्यीकरण कराना था। शासने को भेजने के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है। आगे का बजट मिलने पर काम शुरू होगा।
संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता।
3. सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
डेडलाइन पहले- मार्च 2015
बजट- 73 करोड़
-3 बार बढ़ी डेडलाइन
खुर्रम गौटिया में 300 बेड का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का 90 परसेंट काम पूरा हो चुका है, लेकिन निर्माण एजेंसी ने अभी तक हॉस्पिटल हैंडओवर नहीं किया है। जबकि इसे 30 सितम्बर को हैंड ओवर करना था। तीन बार डेडलाइन बढ़ाने के बाद भी अभी भी 10 परसेंट काम बचा हुआ है। एजेंसी की हीलाहवाली से अभी कछुआ गति से काम हो रहा है। वहीं इसका बजट भी कई बार बढ़ाया गया है।
-30 सितम्बर तक निर्माण कार्य पूरा कर हेल्थ विभाग को बिल्डिंग हैंडओवर करनी थी। लेकिन अभी तक निर्माण ईकाई ने बिल्डिंग हैंडओवर नहीं की है। इससे हॉस्पिटल की शुरूआत नहीं हो सकी है।
डॉ। विनीत शुक्ला, सीएमओ
4. मॉडल सड़क
डेडलाइन- 6 माह
बजट- 4 करोड़
20 परसेंट बचा है काम
2016 में नगर निगम ने सिलेक्शन प्वाइंट से राजेंद्र नगर चौराहे तक मॉडल रोड बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। शासन से परमीशन के बाद इसके लिए चार करोड़ बजट दिया गया था, लेकिन अभी तक इसका 80 परसेंट ही काम पूरा हुआ है। पहले तो नगर निगम ने बहुत ही धीमी गति से काम किया वहीं 6 माह पहले मेयर ने सड़क निर्माण में घटिया सामग्री मिलने पर काम रुकवा दिया था। जिसके बाद में नये ठेकेदार को ठेका दिया गया लेकिन अभी भी काम पूरा नहीं हो सका है।
80 फीसदी कार्य पूर्ण हो गया है। अभी फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसी माह के अंत तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
संजय चौहान, एक्सईएन, निर्माण विभाग।
5. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
28 मार्च 2013 को रजऊ परसपुर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू किया गया। लेकिन मानक पूरे न होने पर एनजीटी ने 18 जुलाई को प्लांट बंद करने का आदेश दे दिया। जिसके बाद कंपनी भी फरार हो गई। जिसके बाद नगर निगम ने दूसरी जगह पर प्लांट लगाने को जमीन तलाशना शुरु किया है, लेकिन नगर निगम की हीलाहवाली के चलते अभी तक जमीन ही फाइनल नहीं हो सकी है।
एनजीटी के आदेश के बाद रजऊ परसपुर में लगे प्लांट को बंद करा गया था। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। नये प्लांट के लिए जमीन तलाशी जा रही है। अभी इस प्रक्रिया को पूर्ण होने के करीब एक साल का समय लग सकता है।
ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।
जिले में कराए जा रहे विकास कार्यो में आ रही दिक्कतों और देरी की वजह जानूंगा। इसके लिए 7 नवंबर को मीटिंग में संबंधित विभागों से जानकारी हासिल करूंगा। इसके बाद स्थलीय निरीक्षण भी करूंगा।
-नितीश कुमार, डीएम