-2022 में मुख्यमंत्री के चेहरा कौन होगा, सवाल पर बोले उपमुख्यमंत्री

बरेली : प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही सियासी हलचल के बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बरेली पहुंचने के बाद भाजपा के लिए 2022 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सवाल उठे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कोई प्राइवेट लि। कंपनी नहीं। इशारों में उन्होंने सपा और कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि यहां संसदीय बोर्ड तय करेगा मुख्यमंत्री का चेहरा। फिर उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सत्ता संभाल रहे है। किसी को क्यों संदेह है कि कोई नया व्यक्ति मुख्यमंत्री हो सकता है। 300 से अधिक सीटों के साथ भाजपा दोबारा सत्ता में होगी।

उपमुख्यमंत्री का दौरा योजनाओं के शिलान्यास से अधिक आंका जा रहा है। उन्होंने मंच संभालने के बाद तुरंत ही कहा कि उन्होंने कहा कि मैंने आयोजन में कम लोगों को बुलाने का आग्रह किया था। लेकिन मुझे जनप्रतिनिधियों की सूची में शामिल केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप नहीं दिख रहे हैं। हालांकि बाद में धर्मेंद्र कश्यप आयोजन में शामिल होने पहुंच गए थे। आयोजन में कैंट विधायक राजेश अग्रवाल भी शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने बरेली के लोगों को साधते हुए कहा कि जब भी आया हूं बरेली के लोगों को सौगात जरूर दी है। मुझे वही विधायक अच्छे लगते है, जो किसान, व्यापारी समेत लोगों के लिए उनके विकास कार्यों के लिए मुझसे लड़ते हैं। परियोजनाएं स्वीकृत करा लेते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का खजाना विकास कार्यों के लिए खुला हुआ है। पहले लोग कहते थे यूपी में आओ तो खराब सड़कों से पता चल जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं कहा जाता।

पुलिस ने हमें रोका। भाजपाइ बोले बायकाट करेंगे

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने प्रोटोकाल से थोड़ा लेट हुए थे। सर्किट हाउस में स्वागत के लिए खड़े भाजपा पदाधिकारी खड़े थे। सीओ सिटी यतेंद्र सिंह नागर ने पदाधिकारियों को हटने को कहा। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। पुलिस का कहना था कोविड प्रोटोकाल के चलते उन्हें हटने को कहा गया। भाजपा महामंत्री अधीर सक्सेना, तृप्ति, पार्षद अतुल कपूर से गहमा-गहमी शुरू हुई। इसके बाद भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू किए। उन्होंने कहा कि जब हम अपने उपमुख्यमंत्री का स्वागत तक नहीं कर सकते हैं तो कार्यक्रम में रहने का क्या फायदा। हम आयोजन का बायकाट करते हैं। पार्षद अतुल कपूर ने युवा मोर्चा के पदाधिकारियों को शांत कराया। सर्किट हाउस में अंदर बैठे महापौर डॉ। उमेश गौतम और सभी विधायक बाहर निकल आए। उन्होंने मामले को शांत कराया।

जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख भाजपा के हों

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पंचायत चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन पर सांसद, विधायक और संगठन पदाधिकारियों की खींचाई करते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों के पदों पर भाजपा काबिज होनी चाहिए। रणनीति बिल्कुल स्पष्ट है। चुनाव के लिए भाजपा के मंत्री, सांसद, विधायक और संगठन पदाधिकारी अपनी पूरी ताकत लगाएंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदार की घोषणा होने के बाद जरूरी सदस्यों का समर्थन दिलाने में जनप्रतिनिधि मदद करेंगे। अध्यक्ष पद के लिए जरूरी समर्थन का आंकड़ा छूने के लिए जरूरी समर्थन के लिए दावेदारों की गणित 26 जून से पहले लगाना है, क्योंकि इसके बाद नामांकन दाखिल होने हैं। दावेदारों में सबसे आगे मानी जाने वाली रश्मि पटेल के देवर प्रशांत पटेल भी मुलाकात के लिए पहुंचे थे। महानगर प्रभारी गोपाल अंजान के साथ उन्होंने निर्दलीय निर्वाचित सदस्यों के समर्थन जुटाने के बारे में बताया। सूत्र कहते है कि उपमुख्यमंत्री के सामने भी तैयारियों को रखा गया। चर्चा में रहा कि दो से तीन दिनों में दावेदार घोषित कर दिया जाएगा। योगश पटेल की पत्नी रेखा पटेल मिलने पहुंची थी। वह भी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदार हैं।

अधूरे निर्माण पूरे कराएं

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि आप अधूरे कामों की सूची मुझे सौंप दें। विकास कार्यों में कमी नहीं रखनी है। कोविड महामारी में प्रभावित परिवारों से बात करें। दिक्कत होने पर सहयोग करें। ये समय सेवाकार्य के हैं। जनप्रतिनिधियों ने उपमुख्यमंत्री को अपने-अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों की लिस्ट भी सौंपी।

रवाना होने से पहले सलामी ली

उपमुख्यमंत्री आगमन के बाद सीधे लोकार्पण के लिए मंच पर गए। जबकि डीएम और एसएसपी सलामी के लिए गारद के साथ परिसर में खड़े हुए थे। कोर कमेटी की बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री ने सलामी ली।

केसर सिंह के परिवार से मिले उपमुख्यमंत्री

त्रिशूल एयरबेस वापस लौटने से पहले उपमुख्यमंत्री दिवंगत विधायक केसर सिंह के निवास पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को उनकी क्षति के लिए श्रद्धांजलि दी। उनके बेटे विशाल से उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आपके स्वजनों के साथ है।

दिवंगत पीसीएस अधिकारी की पत्नी ने ओएसडी पद मांगा

बरेली में तैनाती के दौरान पीसीएस अधिकारी प्रशांत चौधरी की कोविड संक्रमण से मौत हो गई थी। उनकी पत्नी प्रीति मिश्रा उनके 14 महीने के बेटे के साथ सर्किट हाउस पहुंची थी। उन्होंने उपमुख्यमंत्री से कहा कि उनकी शैक्षणिक योग्यता अच्छी है। उन्हें पालन पोषण के लिए ओएसडी पद पर तैनाती दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने आश्वास्त किया।