केशव कृपा के शुभारंभ पर सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा सभी स्वयं सेवकों के घर ही हमारे कार्यालय

जगदगुरू शंकराचार्य, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख, प्रांत प्रचारक समेत गणमान्य लोग उपस्थित रहे

बरेली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नए केंद्र भवन केशव कृपा का भव्य उद्घाटन सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बुधवार सुबह किया। इससे पहले भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन और हवन पूजन हुआ। सेवा प्रकल्प कार्यों के संचालन के केंद्र के शुभारंभ के लिए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राज राजेश्वराश्रम महाराज, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल, प्रांत प्रचारक हरीश मौजूद रहे।

उद्घाटन होने के बाद स्वयं सेवकों के साथ हुई बैठक में सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबोले ने कहा कि मुझसे किसी ने पूछा, आपके कितने कार्यालय हैं। हमनें जवाब दिया कि जितने स्वयं सेवक है। उनके घर ही हमारे कार्यालय हैं। प्रचारकों का दाना पानी समाज की बहू, बेटियों, माओ की व्यवस्था है। उनके उदर का ध्यान वर्षों से वही रखती आ रही है। भारत में जिन विचारों के साथ संघ चला था। वह अब मूर्त रूप में आ रहा है। 27 दिसंबर 1925 को विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना डॉ। केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। बरेली का केशव कृपा उनके विचारों को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि यहां खोले गए संघ कार्यालय से कार्यकर्ताओं का संपर्क संघ कार्य को तेजी से बढ़ाएगा। यह एक मंदिर के स्वरूप में है। ताकि समाज की सेवा की जा सके। देश दुनिया में विभिन्न सरकारें समाज के लिए कार्य करती हैं। भारत में समाज स्वयं बहुत सारी सेवाकार्य करता है।

यह एक यूनिवर्सिटी ऑफ हा‌र्ट्स है

इस अवसर पर जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी राज राजेश्वराश्रम महाराज ने संबोधन दिया कि जहां आकर कार्य की लय बन जाए, यानी जहां पहुंचकर लय और ताल दोनों सही-सही चले, वह कार्यालय है। बरेली में प्रभा सिनेमा के ठीक सामने रामानुज दयाल सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में तैयार केशव कृपा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विभिन्न सेवाकार्य संचालित करेगा। देश दुनिया में सभी यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ़ आ‌र्ट्स होती है। यह भी एक विश्वविद्यालय हैं। जिसे हम यूनिवर्सिटी ऑफ़ हा‌र्ट्स कहते हैं। क्योंकि संघ के माध्यम से ही हृदय परिवर्तन होता है। शानदार वैदिक जीवन को सरल तरीक़े से जनमानस में पहुंचाने के लिए यही एक कारगर रास्ता है। बड़े दार्शनिक सिद्धांतों को कबीर और तुलसीदास ने दोहा चौपाइयों के सरल रुप में प्रस्तुत किया। उसी प्रकार संघ के कार्यकर्ताओं ने कठिन परिस्थितियों में भी सहज भाव से कार्य करते हुए, संघ को विश्व का सबसे बड़ा संगठन बनाया। संघ ने विश्व के ¨चतन की दिशा को बदला है।

केशव कृपा केंद्र, नया शक्ति केंद्र

केशव कृपा भवन में बजरंग बलोपासना केंद्र, श्री पतंजलियोग एवं ध्यान केंद्र, श्री धनवंतरी आरोग्य केंद्र एवं श्री अधीश पुस्तकालय केंद्र का संयुक्त उद्घाटन किया गया। अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख राम लाल ने कहा कि संघ स्वयं कुछ भी नहीं करता, परंतु उसके स्वयं सेवक समाज हित एवं राष्ट्रहित के लिए कार्य करते हैं। आज इस केंद्र का लोकार्पण करके स्वयंसेवकों ने समाज को अर्पित किया है। उन्होंने केशव कृपा सेवा प्रकल्प केंद्र को एक नवीन शक्ति केंद्र के रूप में विकसित करने का आह्वान किया।

इन खूबियों के साथ तैयार हुआ पांच मंजिला भवन

पांच मंजिला इमारत में प्रकल्प कार्य संचालित होंगे। लोगों की सेवा के लिए केशव कृपा में होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाए गए हैं। सिर्फ दस रुपये के पर्चे पर लोगों को परामर्श मिल सकेगा। योग और व्यायामशाला बनाई गई है। एक सेंटर एक्यूप्रेशर का भी है। लाइब्रेरी तैयार की गई है। इसमें विभिन्न विषयों की किताबों का संग्रहण है। 200 लोगों की क्षमता के सभागार हैं। संघ की सभाएं अब यही होंगी। स्वयं सेवक संघ के लोगों और परिजनों के ठहरने के लिए कमरों के निर्माण भी करवाए गए हैं।

ये रहे मौजूद

आयोजन के दौरान अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल, प्रांत प्रचारक हरीश, विभाग प्रचारक आनंद, हेडगेवार स्मारक समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रवाल, विभाग संघचालक कैलाश गुप्ता, प्रचारक आलोक, भाजपा के प्रदेश सह संगठन महामंत्री कर्मवीर, प्रांत कार्यवाह राजपाल, प्रांत संपर्क प्रमुख प्रमोद चौहान, प्रांत बौद्धिक प्रमुख देवराज, सुभाष बोहरा, सुरेश, आनंद पाठक, अतुल खंडेलवाल , डॉ। विनोद पागरानी, डॉ। विवेक, डॉ। विमल भारद्वाज, डॉ। प्रमेंद्र माहश्वरी, डॉ। शरद अग्रवाल, भाजपा नेता गुलशन आनंद, अतुल कपूर, विशाल महरोत्रा, विकास शर्मा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आलोक प्रकाश और परिचय डॉ। विमल ने कराया।