बरेली : अनलॉक पांच के बाद लगभग सब कुछ खुलने के बाद भी उत्तराखंड जाने वालो के लिए द्वार नही खुल सके हे। उत्तराखंड के स्थानीय प्रशासन की हथधर्मिता के कारण अब भी बिना ई-पास के उत्तराखंड में वाहनों को प्रवेश नही दिया जा रहा है।

ई-पास बनाने वालों की आयी बहार

उत्तराखंड में ई-पास के द्वारा इंट्री से बहेड़ी से च्चि्छा के बीच सैंकड़ों की संख्या में अवैध ढंग से ई-पास बनाने वालो की बाढ़ सी आ गयी हे। यह भोले-भाले उत्तराखंड जाने वालो से 30 रूपये से लेकर दो सौ रूपये तक वसूल उन्हे कम्यूटर से ई-पास की कॉपी निकाल कर दे रहे है। जिसे दिखाने के बाद ही बार्डर से पार जाने दिया जा रहा है।

सम्पर्क मार्गो पर अवैध वसूली

उधर ई-पास से बचने के लिए लोग उत्तराखंड जाने के लिए सम्पर्क मार्गो का सहारा ले रहे है। पर इन मार्गो पर पड़ने वाले गांव के लोग बाकायदा लोगो को रोक कर उनसे अवैध वसूली कर रहे है। बीते दिनों इस तरह की ज्यादा शिकायतें आने के बाद इन सम्पर्क मार्गो पर पुलिस निगरानी कराई गयी थी पर कुछ दिन में सबकुछ पहले जैसा हो गया है।

मजदूरों को हो रही परेशानी

उत्तराखंड बार्डर पर ई-पास की व्यवस्था से सबसे ज्यादा परेशानी उत्तराखंड के शहरों ऊधमसिंह नगर,सितारगंज,हल्द्वानी,लालकुऑ आदि में काम करने मजदूरों व कर्मचारियों को हो रही हे। जिन्हे रोजाना की उत्तराखंड जाना है और राज ही उन्हे ई-पास की झंझट से दो-चार होना पड़ रहा है।