- सिविल लाइंस इलाके में दो दिन से एक ट्रांसफार्मर के भरोसे बड़ी आबादी

- कर्मचारियों के प्रदर्शन में जाने की वजह से समय पर दुरुस्त नहीं हो रहे फाल्ट

बरेली : जिले में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की दावा भले ही किया जाता है लेकिन जर्जर व्यवस्था से सप्लाई चौपट ही है। आम मुहल्ले तो छोडि़ये शहर के पाश इलाकों में भी बिजली शेड्यूल तय कर दी जा रही है। खासकर संविदाकर्मियों के प्रदर्शन के बाद पिछले दो दिनों से बिजली आपूर्ति बेहद खराब है।

आपूर्ति बेहद खराब

दरअसल, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के प्रबंध निदेशक के खिलाफ पिछले कई दिनों से बिजली महकमे के अधिकारियों से लेकर संविदाकर्मियों में भी रोष है। सोमवार शाम सिविल लाइंस सब स्टेशन में इलाके से संबंधित एक फीडर पर कुछ खराबी आ गई थी। उधर, विभिन्न मांगों को लेकर शाम को ही शहर के करीब एक हजार संविदाकर्मियों में से अधिकतर लखनऊ प्रदर्शन के लिए जा चुके थे। ऐसे में सब स्टेशन पर मेंटीनेंस का काम नहीं हुआ। इस पर एक ट्रांसफार्मर से इलाके को सप्लाई देनी पड़ी। अब चूंकि एक ट्रांसफार्मर पर ज्यादा लोड हो जाता, इसलिए इलाके में आधा-आधा घंटे का शेड्यूल कर इलाकों में बिजली आपूर्ति दी गई। उधर, 132 केवी लाइन में फाल्ट आने की वजह से भी शहर के अधिकांश मुहल्लों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रही।

भाजपा जिला कार्यालय के पास टूटी एचटी लाइन

सिविल लाइंस में ही सोमवार शाम भाजपा जिला कार्यालय के पास एक हाईटेंशन लाइन टूट गई। लोगों की सूचना पर अचानक बिजली सप्लाई रोकी गई। मौके पर पहुंची टीम ने करीब आधा घंटे बाद आपूर्ति दुरुस्त की।

आज से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार

समय से वेतन भुगतान और सुरक्षा उपकरण समेत कई मांगों को लेकर बिजली विभाग के संविदाकर्मियों का लखनऊ में प्रदर्शन असफल रहा। ऐसे में अब संविदाकर्मियों ने अब कार्य बहिष्कार का फैसला लिया है। ऐसे में सब स्टेशनों से आपूर्ति तो बहाल रहेगी लेकिन फाल्ट होने की दशा में संविदाकर्मियों के कार्य बहिष्कार की वजह से फाल्ट दुरुस्त होने में परेशानी होगी। इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।

एक हजार से ज्यादा संविदाकर्मी

जिले में करीब एक हजार संविदाकर्मी विभिन्न उपकेंद्रों पर तैनात हैं। इनमें कई सब स्टेशन आपरेटर, लाइनमैन और पेट्रोल मैन हैं। संगठन के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों पर प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा संगठन कार्य बहिष्कार कब तक रखेगा, इसका फैसला मंगलवार को होगा।

अवर अभियंताओं ने मुख्य अभियंता को सौंपा ज्ञापन

उधर, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड प्रबंधन पर उत्पीड़न, जरूरी संसाधन उपलब्ध न कराने, समस्याओं का निराकरण न करने और वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए राज्य विद्युत जूनियर इंजीनियर संगठन ने भी मुख्य अभियंता संजय जैन को एक ज्ञापन सोमवार को दिया। जनपद सचिव मंजीत कुमार ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन के दूसरे दिन जिले के जन प्रतिनिधियों से मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा। इस दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष जेके शर्मा, क्षेत्रीय सचिव आरके झा आदि मौजूद थे।