- अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर कर्मचारियों ने किया बहिष्कार

- कोविड अस्पताल में वर्तमान में भर्ती हैं 13 संक्रमित, व्यवस्थाएं हो रही प्रभावित

बरेली : 300 बेड कोविड अस्पताल में वर्तमान में व्यवस्थाएं काफी प्रभावित हो रही हैं वजह है कि यहां से हटाए गए अस्थाई स्वास्थ्य कर्मचारियों का विरोध दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है इसी क्रम में थर्सडे को भी कर्मचारियों ने अस्पताल गेट पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

37 हटाए गए, 8 कर्मचारी कैसे करें काम

कुल 37 पैरा मेडिकल स्टाफ और कर्मचारी हटाए गए हैं। इनमें तीन लैब टेक्नीशियन, चार फार्मासिस्ट और 30 नर्सिंग स्टाफ हैं। अब 300 बेड कोविड अस्पताल में दो लैब टेक्नीशियन, दो फार्मासिस्ट और महज आठ नर्सिंग स्टाफ शेष है।

18 मरीजों को कैसे मिलेगा उचित इलाज

18 कोरोना संक्रमित इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। ऐसे में महज आठ पैरामेडिकल स्टाफ के भरोसे ही 24 घंटे कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्था प्रभावित होने का डर बना हुआ है। बता दें कि करीब साल भर पहले कोरोना संक्त्रमण बढ़ने पर 300 बेड अस्पताल को कोविड अस्पताल का दर्जा देकर एनएचएम के जरिए कांट्रेक्ट बेस पर भर्ती निकाली गई थीं। वाक इन इंटरव्यू के जरिए योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी पर रखा गया था।

ट्यूजडे को जारी हुए थे नोटिस

कांट्रेक्ट खत्म होने का हवाला देते हुए टयूजडे को 300 बेड कोविड अस्पताल 37 स्वास्थ्यकर्मियों को हटाए जाने के नोटिस जारी हुए थे। इस पर कर्मचारियों ने पहले 300 बेड कोविड अस्पताल और फिर कलक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया था। बाद में सपा कार्यालय पहुंचकर कर्मचारियों ने नौकरी जारी रखने के लिए जिलाध्यक्ष से मदद मांगी थी। हालांकि मामले में स्वास्थ्य महकमे का कहना है कि कंपनी का कांट्रेक्ट खत्म हो गया है। जरूरत के मुताबिक कर्मचारियों को रोका है। कोरोना संक्त्रमण बढ़ने की स्थिति में नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों को 300 बेडेड कोविड अस्पताल में ड्यूटी पर लगाया जाएगा।

कंपनी का कांट्रेक्ट खत्म होने पर नियमानुसार कर्मचारी हटाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा।

। डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ