बरेली (ब्यूरो)। शहर की प्रमुख सड़कों या फिर बाजार सभी अतिक्रमण की जद में है। प्रशासन की उदासीनता के चलते बरेलियंस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। नगर निगम की ओर से हर माह शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने को कवायद तो की जा रही है लेकिन बाद में इलाकों का हाल फिर से पहले जैसा हो जाता है। गौर करने वाली बात यह है कि अतिक्रमण का दंश मिटाने की बात तो सभी विभाग करते हैं लेकिन दावे कागजी हैं। एक ओर बरेली को स्मार्ट सिटी बनाने के दावे किए जा रहे हैं तो दूसरी ओर जाम के चलते शहर की सड़कों पर चलना तक दूभर है। सड़कों पर अतिक्रमण ऐसी पहेली बन गया है जिसे सुलझाने में जिम्मेदार भी फेल नजर आ रहे हैं।

टीम के जाते ही सज जाती है दुकानें
नगर निगम की ओर से ट्यूजडे को शहर की कुतुबखाना रोड पर अभियान चलाकर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा वहीं सामान भी जब्त कर लिया। लेकिन जैसे ही टीम कार्रवाई कर वहां से लौटी महज दस मिनट में दोबारा से स्थिति पहले जैसी हो गई, दुकानदारों ने फिर से सड़कों पर दुकानें लगा दीं। हैरत की बात तो यह कि इसी रोड पर जिला अस्पताल भी है सुबह से लेकर शाम तक गंभीर हालत में मरीजों को लेकर एंबुलेंस इस रास्ते से गुजरती है लेकिन अतिक्रमण के चलते यहां जाम लग जाता है जिससे चंद मिनटों की दूरी में भी काफी समय अस्पताल पहुंचने में लग जाता है।

अतिक्रमण हटाने गई टीम से भिड़े दुकानदार
नगर निगम के लिए शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाना टेढ़ी खीर हो गया है। ट्यूजडे को जहां कुतुबखाना रोड पर निगम की टीम ने अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा था वहीं वेडनसडे को इंद्रा मार्केट में नगर निगम ने अभियान चलाया इस दौरान जैसे ही टीम ने दुकानों पर कार्रवाई करना शुरू किया दुकानदार टीम के सदस्यों से भिड़ गए, करीब आधे घंटे तक हंगामा होने के बाद नगर निगम की टीम ने सामान जब्त कर दुकानदारों को चेतावनी दी।


एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं विभाग
शहर में नगर निगम की जिम्मेदारी अतिक्रमण अभियान चलाने की है। शहर के जिन इलाकों में अतिक्रमण है उन्हें चिंहित कर टीम को वहां भेजकर कार्रवाई की जाए, इसके बाद संबंधित क्षेत्र के थाना या चौकी की पुलिस की जिम्मेदारी है कि वहां मॉनिटरिंग करें कि दोबारा यहां अतिक्रमण तो नहीं किया जा रहा है लेकिन विभागों का उदासीन रवैया होने के कारण लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

शहर में व्याप्त अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम का काम है अतिक्रमण हटाना जिस क्षेत्र में कार्रवाई की गई है उसे क्षेत्र की पुलिस का काम है कि यहां दोबारा अतिक्रमण न होने दिया जाए।
ललतेश सक्सेना, अतिक्रमण प्रभारी


पुलिस का तर्क
अतिक्रमण का दंश शहर से मिटाने की जिम्मेदारी सभी सरकारी विभागों की है। पुलिस प्रशासन भी इसमें सहयोग कर रहा है। सभी थाना प्रभारियों को इस बाबत पूर्व में ही आदेशित किया जा चुका है कि जिस क्षेत्र में अतिक्रमण किया गया है इस पर कार्रवाई करें।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी