-कैंडिडेट्स का बरेली कॉलेज और एमजेपीआरयू की साइट पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

-कैंडिडेटस के रजिस्ट्रेशन यूआरएन में ईडब्ल्यूएस दर्शाया गया हो तभी दिया जाएगा लाभ

बरेली:

बरेली कॉलेज में मंडे को प्रवेश समिति की एक बैठक प्राचार्य की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मुख्य प्रवेश समन्वयक और प्रवेश समिति के सभी सदस्य भी मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिन कैंडिडेट्स ने एमजेपीआरयू की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के साथ बरेली कॉलेज की साइट पर भी रजिस्ट्रेशन कराया है वह ही ईडब्ल्यूएस के लिए पात्र माने जाएंगे। इसके साथ ही उनके पास सर्टिफिकेट भी हो तभी उन्हें इसका लाभ मिलेगा।

यह लिया गया निर्णय

-कैंडिडेट्स के रजिस्ट्रेशन यूआरएन में ईडब्ल्यूएस दर्शाया गया हो

-कैंडिडेट्स के पास ईडब्ल्यूएस का सर्टिफिकेट जरूर हो

-कैंडिडेट्स का बरेली कॉलेज और एमजेपीआरयू की साइट पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है

-कैंडिडेट्स अपना यूआरएन, सीआरएन तथा ईडब्ल्यूएस का सर्टिफिकेट लगाकर 24 सितम्बर को दोपहर 2 बजे तक फार्म महाविद्यालय में आकर जमा कर सकते हैं।

24 को स्कूटनिंग, 27 तक एडमिशन

बरेली कॉलेज मुख्य प्रवेश समन्वयक का कहना है कि ईडब्ल्यूएस के सभी कैंडिडेट्स जो अर्हताएं पूरी करते हो वह अपने समस्त पेपर्स के साथ 24 सितंबर को बरेली कॉलेज में आकर अपने फार्म जमा कर सकते हैं। फार्म जमा होने के बाद स्क्रूटनिंग की जाएगी। इसके बाद पेपर्स ठीक पाए जाने वाले कैंडिडेट्स को 25-27 सितम्बर तक एडमिशन के लिए मौका दिया जाएगा।

23 होगा गड़बड़ी वाले 72 मामले को निपटारा

बरेली कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया में 72 मामले फिलहाल लंबित रह गए हैं। अब उनका निस्तारण कॉलेज प्रबंधन करेगा। इसमें तीस सीटें नìसग की हैं, जिनके एडमिशन 23 सितंबर को करने की विश्वविद्यालय ने अनुमति दी है। इसके अलावा कुछ अभ्यíथयों की सीटें दूसरे कॉलेजों में लॉक हैं और कुछ अभ्यíथयों के आवेदन की प्रक्रिया में त्रुटि रहने के कारण वह वेबसाइट पर लोड नहीं दिखा रहे हैं। मुख्य प्रवेश समन्वयक ने बताया कि जिन छात्रों की सीटें दूसरे कॉलेज में लॉक हैं, वह विश्वविद्यालय से उन्हें अनलॉक करवाकर लाए तो यहां लॉक कर दी जाएंगी। जिन छात्रों के आवेदन प्रक्रिया में गड़बड़ी है, उनसे सुधार के लिए विश्वविद्यालय में बात की जाएगी।