-डीआईजी ने तुरंत लोगो कों दी जानकारी, फेक आईडी की ब्लॉक

-पुलिस ने नंबर किया ट्रेस, अमरोहा का नंबर, जल्द होगी गिरफ्तारी

बरेली : साइबर क्रिमिनल लगातार पुलिस अधिकारियों को टारगेट कर रहे हैं। सीओ और इंस्पेक्टर के बाद अब साइबर क्रिमिनल ने बरेली के डीआईजी की ही फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। इससे पहले कि क्रिमिनल ठगी कर पाता लोगो ने डीआईजी को जानकारी दी, जिसके बाद डीआईजी ने साइबर सेल की मदद से तुरंत फेक आईडी ब्लॉक करा दी। पुलिस ने फेक आईडी से नंबर ट्रेस कर लिया है। फेक आईडी अमरोहा के किसी शख्स ने बनाई थी, जिसे पुलिस पकड़कर पूछताछ कर रही है और जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। तीन दिन पहले दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने पुलिसकर्मियों के फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी के प्रयास की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर लोगो को अवेयर किया था।

सेम नाम से बनाई आईडी

बरेली के डीआईजी राजेश कुमार पाण्डेय का फेसबुक पर आईपीएस राजेश पाण्डेय नाम से अकाउंट है। ट्यूसडे दोपहर उनके पास कई लोगो के मेसेज आए कि क्या उन्होंने कोई नई आईडी बनाकर रिक्वेस्ट भेजी है तो उन्होंने इससे साफ इंकार किया। डीआईजी अपने किस्सा गोई सीरीज के चलते ज्यादातर एक्टिव रहते है और लोग भी ज्यादा जुड़े हुए है। लोगों के मेसेज आए तो उन्हें माजरा समझते देर नहीं लगी। उन्होंने तुरंत मामले की जानकारी साइबर सेल को दी और अपनी ओर्जिनल आईडी पर फेक आइडी क्रिएट होने की जानकारी भी पोस्ट कर दी ताकि लोग अलर्ट हो जाएं। साइबर सेल ने तुरंत आईडी को ब्लॉक कर दिया। उसके बाद जिस नंबर से फेक आईडी बनाई गई थी, उसे ट्रेस किया तो पता चला कि नंबर दिल्ली का है और अमरोहा जिले में चल रहा है, जिसके बाद नंबर चलाने वाले को ट्रेस कर लिया गया और मामले कि जांच की जा रही है।

डीआईजी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि किसी से ठगी नहीं हो सकी है। ठग ने उनके नाम, फोटो व अन्य इंफॉर्मेशन सेम पोस्ट की थी, ताकि लोगों को शक न हो। कई लोगो के फोन भी आए। लोगो को अलर्ट रहना चाहिए। लोगो की सतर्कता की वजह से किसी से ठगी नहीं हो सकी। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कार लिया जाएगा।

सीओ और इंस्पेक्टर के अकाउंट भी हो चुके हैक

साइबर ठग अब ऐसे लोगो के नाम इस्तेमाल कर रहे हैं, जिन पर लोगो को ज्यादा भरोसा होता है। इसी कड़ी में अब ठग पुलिसकर्मियों को टारगेट कर रहे हैं। ठग पुलिस अधिकारी के फेसबुक अकाउंट से इंफॉर्मेशन चोरी कर क्लोन अकाउंट बनाकर फ्रेंड से मदद के नाम पर रुपए की डिमांड कर रहे हैं। डीआईजी से पहले ठगो ने पीलीभीत में तैनात इंस्पेक्टर एसके सिंह की फेक आईडी बनाई थी। इंस्पेक्टर ने 4 सितंबर को अपने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने शेयर किया है कि सभी मित्रों को सूचित कर रहा हूं कि किसी फ्रॉड ने मेरी फर्जी आईडी बना ली है और पैसों की डिमांड कर रहा है मैं पूर्णता ठीक हूं अपना सहयोग किसी और को ना दें और ना ही किसी को पैसा दें। इंसपेक्टर से पहले बरेली में ही तैनात रहे सीओ धर्म सिंह मार्शल की भी फेसबुक आईडी फर्जी क्रिएट कर उनकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों से रुपयों की डिमांड की थी। बरेली के एक शख्स ने उनसे संपर्क किया तो ठगी का पता चला जिसके बाद सीओ ने अपनी फेसबुक पर पोस्ट शेयर की थी कि उनकी किसी ने फेक आईडी बनाई है और रुपए कि डिमांड कर कर रहा हैए कोई रुपए शेयर न करें।

ऐसे बना रहे फेक आईडी

.फेसबुक पर यूज न होने वाले अकाउंट को ठग एक्टिवेट कर लेते है

.प्राइवेसी न होने पर फेसबुक से इंफॉर्मेशन चोरी कर लेते है

.सेम फोटो और नाम लिखकर फर्जी आईडी बना लेते है

। फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगो को मदद के बहाने मैसेज भेजे देते है

यह बरते सावधानी

.कभी भी किसी पर भरोसा कर रुपए अकाउंट में ट्रांसफर ना करें

.अपने बैंक व अन्य डॉक्युमेंट्स की डिटेल किसी को न दें

। फेसबुक पर अकाउंट बदलने पर पहले अकाउंट को डिएक्टिवेट जरूर करें

। फेसबुक पर प्राइवेसी जरूर लगाकर रखें ताकि इंफॉर्मेशन चोरी ना हो

। किसी भी अकाउंट का यूजर नेम और पासवर्ड नाम और मोबाइल नंबर न हो

। पासवर्ड हमेशा स्ट्रॉन्ग हो, जिसमें नंबर, लेटर और स्पेशल करेक्टर जरूर हो।