बरेली (ब्यूरो)। एमजेपीआरयू ने हाल ही में बीएससी एग्रीकल्चर का रिजल्ट जारी किया, लेकिन यह रिजल्ट स्टूडेंट्स के लिए मुसीबत का सबब बन गया। इस रिजल्ट में अधिकांश स्टूडेंट्स को फेल दर्शाया गया है। इससे आहत स्टूडेंट्स फ्राइडे अपने-अपने कॉलेजेज से आरयू आ पहुंचे। यहां उन्होंने पहले एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन किसी ने उन्हें तवज्जो नहीं दी। इसके बाद वह अन्य स्टूडेंट्स के आने के इंतजार में मेन गेट पर लौट आए। यहां उन्होंने हाईवे पर बैठने का प्रयास किया पर पुलिस ने उन्हें ऐसा करने पर पैर तक तोडऩे की धमकी देते हुए हटा दिया। पुलिस की सख्ती पर स्टूडेंट्स फिर से एकजुट होकर एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक पहुंच गए और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। स्टूडेंट्स के हंगामे पर वीसी ऑफिस से निकले कर्मचारी ने भी उन्हें हंगामा करने पर बाहर फेंकवा देने तक की धमकी दे डाली। मुसीबत में घिरे स्टूडेंट्स फिर भी मौके पर ही जमे रहे। काफी देर बाद रजिस्ट्रार राजीव चौधरी स्टूडेंट्स से मुखातिब होने पहुंचे। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि उनके रिजल्ट का मामला आईसीएआर से जुड़ा है। इस पर यूनिवर्सिटी सीधे अपने स्तर से कुछ नहीं कर सकती। इसके बाद भी उनकी परेशानी को देखते हुए एक कमेटी गठित की जाएगी और कमेटी एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी। इसके आधार पर ही जो राहत देना संभव हो पाएगा दी जाएगी। उनके इस आश्वासन से स्टूडेंट्स संतुष्ट नहीं हुए। उनका कहना था कि कोरोना काल में स्टडी नहीं होने पर यूनिवर्सिटी ने जब अदर स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को प्रमोट किया तो उन्हें भी प्रमोट करे। उनकी इस मांग पर किसी ने गौर नहीं किया। इसके बाद नाराज स्टूडेंट्स ने आरयू के मेन गेट के साथ अन्य गेट्स को भी बंद करने का प्रयास किया। स्टूडेंंट्स घंटों यहां जमे रहे, पर उनकी परेशानी का कोई समाधान नहीं हुआ। पूरा दिन यहां बर्बाद करने के बाद स्टूडेंट्स मायूस होकर लौट गए।

कॉलेजेज को भी चेतावनी
फेल स्टूडेंट्स के आरयू पहुंचने के पीछे उनके कॉलेजेज का भी हाथ रहा है। यही वजह रही कि रजिस्ट्रार उनके कॉलेज के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एजी कॉलेजेज में फैकल्टी नहीं है। वहां पढ़ाई भी नहीं होती है। जो कमेटी गठित की जाएगी वह इसकी भी जांच करेगी। जिन कॉलेजेज में मानक के अनुसार फैकल्टी नहीं होगी उनका एफिलिएशन कैंसिल किया जाएगा और उनके स्टूडेंट्स को दूसरे कॉलेजेज से अटैच किया जाएगा।