- मिशन शक्ति के तहत यूनिसेफ के निर्देश पर सौंपी गई थाने के एक दिन की कमान

- थाने में सुनी फरियाद, हर ओर रही बेटियों के थानेदारी की चर्चा, दिया सशक्त संदेश

बरेली : थानेदारी वह भी बेटियों के हाथ में। जिम्मेदारी मिली तो पूरे आत्मविश्वास के साथ उसे निभाया भी। कड़े फैसले भी लिए और हिदायत भी दी। जी हां, फ्राइडे का दिन बेटियों के नाम रहा। डिस्ट्रिक्ट के कई थानों में मिशन शक्ति के तहत यूनिसेफ के निर्देश पर बेटियों को जब थाने की कमान सौंपी गई तो हर ओर चर्चा सिर्फ बेटियों की रही। शीशगढ़ की अलीशा ने देवरानी और जेठानी के विवाद पर मौके पर गई, जहां जेठ की गलती सामने आई। इस पर अलीशा ने उन पर शांतिभंग के चालान का ऑन द स्पॉट फैसला कर दिया।

थाने की जिम्मेदारी दी गई

मेधावी छात्रा अलीशा मुमताज को शीशगढ़ थाने की जिम्मेदारी दी गई। पदभार ग्रहण करते ही सबसे पहले अलीशा ने थाने में निर्माणाधीन महिला हेल्प डेस्क के निर्माण में देरी होने का कारण पूछा। ठेकेदार गुड्डू को बुलाकर फटकार लगाई। जल्द ही निर्माण कराने के निर्देश जारी किए। थाने में उन्होंने छह शिकायतें सुनीं जिसमें से तीन का मौके पर ही निस्तारण कर दिया। इसके बाद वह मदनापुर गांव की महिला शिकायत पर गांव पहुंची। पुलिस जीप से जब वह गांव पहुंची तो देखने वालों की भीड़ लग गई। मारपीट के आरोपित को शांतिभंग में चालान कर गिरफ्तार कर उसे थाने ले आईं। कस्बे में बरेली अड्डा स्थित मंडी के सामने अंडे का ठेला लगाने की शिकायत का निस्तारण किया। तीसरी समस्या गांव लखा में घूरे के विवाद को लेकर मोके का निरीक्षण किया। एक पक्ष न होने पर हल्का इंचार्ज को समस्या का निस्तारण करने का निर्देश दिया। 18 वर्षीय मेधावी अलीशा ने प्रथम प्रयास में ही नीट की परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक लाकर कस्बे का नाम रोशन किया है। इंस्पेक्टर राजकुमार भारद्वाज ने बताया कि कार्यक्रम का एकमात्र उद्देश्य यह था कि बेटियों और पुलिस के बीच की दूरी खत्म हो। उनके अंदर शक्ति का संचार हो।

दामिनी बनी फतेहगंज पश्चिमी थाने की इंस्पेक्टर

हाईस्कूल की छात्रा दामिनी सिंह फतेहगंज पश्चिमी थाने की इंस्पेक्टर बनीं। बतौर थाना प्रभारी दामिनी सिंह ने कार एवं बाइक दुर्घटना के मामलों में फ़ैसला करवाया। अगस्त में उमेश के साथ हुई मारपीट में एनसीआर दर्ज करवाने एवं आरोपियों को पकड़वाने के आदेश दिये। मोहल्ला अंसारी के सगे भाइयों आरिफ तसलीम उददीन के पारिवारिक झगड़े का निपटारा कराया। दामिनी ने कहा कि मेरे लिए बड़ा दिन था। बिल्कुल भी भरोसा नहीं था कि मुझे भी यह जिम्मेदारी मिल सकती है। पुलिस का यह प्रयास बेहद सराहनीय है। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक चंद्रकिरण यादव, चौकी प्रभारी सतेंद्र कुमार, एसआई संजीव चौधरी आदि मौजूद रहे।

राधा बनी एसओ शाही

कस्बा शाही की कुमारी राधा मोहिनी को थाना प्रभार की जिम्मेदारी मिली। राधा ने जिम्मेदारी मिलने के बाद थाने का रख-रखाव, बैरक, मेस आदि का निरीक्षण किया। थाने पर पहुंचे फरियादियों की शिकायतें सुनीं। सिद्ध बाबा मंदिर पर रहने वाले मुन्ना बाबा की बेटी राधा मोहिनी मुक्ता प्रसाद डिग्री कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। अपनी प्रतिभा के बल पर कक्षा में में वह लगातार प्रथम स्थान हासिल कर रही हैं। इस दौरान एसओ वीरेंद्र सिंह राणा मौजूद रहे।

अंकिता को मिला क्योलडि़या का चार्ज

अंकिता वर्मा को क्योलडि़या थाने का चार्ज सौंपा गया। थाने का चार्ज मिलने के बाद अंकिता ने सबसे पहले थाने के पूरे स्टॉफ के साथ बैठक की। बैठक में सभी का परिचय किया। इसके बाद वह थाने में बनी महिला हेल्पडेस्क में गईं और वहां बैठ शिकायतों को सुना। इस दौरान थाने के कांस्टेबल उदित और अंकित ने छुट्टी का आवेदन किया तो अंकिता ने दोनों की छुट्टी स्वीकृत कर दी। एसएसटी इंटर कॉलेज में अंकिता ने बेटियों को संबोधित किया। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था परखी एवं थाने के बाहर खुद के नेतृत्व में वाहन चे¨कग कराई। अंकिता, विजय पाल वर्मा की बेटी हैं। उनके पिता सोनार हैं एवं बेटी बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। इस दौरान इंपेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह मौजूद रहे।