- फ्रेंड लिस्ट में शामिल दोस्तों को जोड़ रकम की बताई जरूरत

- एक दोस्त की सक्रियता के चलते ठगी का शिकार होने से बचे उनके दोस्त

्रबरेली : एडीजी अविनाश चंद्र के स्टाफ ऑफिसर ओपी यादव की साइबर ठगों ने फर्जी फेसबुक आइडी बना ली। आइडी बनाने के बाद उनके मित्रों को मित्रता सूची में शामिल कर लिया। इसके बाद जरूरत बताकर रुपयों की मांग की गई। गनीमत रही कि समय रहते उनके दोस्तों ने उन्हें इस बात की जानकारी दे दी और उनके मित्र ठगी का शिकार होने से बच गए।

ठगी होने से बचे

ओपी यादव की फेसबुक पर ओम प्रकाश यादव के नाम से फेसबुक आइडी है। रविवार शाम को साइबर ठगों ने उनकी प्रोफाइल फोटो व कवर फोटो का इस्तेमाल करते हुए उनकी फर्जी आइडी बनाई। इसके बाद उनके दोस्तों को मित्रता संदेश भेजा। जिन दोस्तों ने मित्रता अनुरोध स्वीकार कर लिया। ठग ने उनसे बातचीत शुरू कर दी और जरूरत बता रुपयों की मांग की। महानगर में रहने वाले एक दोस्त से जब ठग ने दस हजार रुपये की मांग की तो उसे शक हुआ। उसने ओपी यादव को फोन किया। फोन पर उनके द्वारा रकम मांगे जाने की बात से इन्कार किया गया। फर्जी आइडी बनाए जाने की बात सामने आई। इसके बाद ओपी यादव ने अपने मूल अकांउट पर ठग द्वारा फर्जी अकांउट बना रुपयों की मांग करने की जानकारी साझा की गई। साइबर सेल से उन्होंने तत्काल शिकायत की। जब तक साइबर पुलिस जांच में जुटती, ठग ने अपना अकांउट डिलीट कर दिया। फिलहाल, साइबर पुलिस जांच में जुटी हुई है।

एक दोस्त बोला-पहले वाले तो वापस कर दो

ठग द्वारा रुपयों की मांग पर एक दोस्त ने कहा कि पहले जो पिछली बार लिये थे वह तो वापस कर दो। इस पर ठग दस हजार रुपये की जरूरत की जिद पर अड़ा रहा। इधर, ठग द्वारा ही रुपये मांगे जाने की जानकारी पर वह पुराना हिसाब बराबर करने के बाद ही रकम देने की बात पर अड़ा रहा।