BAREILLY: सुर्खा बानखाना से थर्सडे शाम को घर के आंगन से लापता 10 महीने की बच्ची इकरानाज का अपहरण उसके ही पिता ने किया था। पिता ने अपने नि:संतान दोस्त को बेटी गोद देने के लिए ऐसा किया था। पिता आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते दो बेटियों का पालन-पोषण नहीं कर पा रहा था। डीजीपी की विजिट के चलते पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और देर रात बच्ची को मजार से सकुशल बरामद कर मां के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने बच्ची के पिता, उसके दोस्त व एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है।

 

आंगन से गायब हुई थी बच्ची

बता दें कि बानखाना बगिया निवासी अफरोज की 10 महीने की बेटी इकरानाज अचानक घर के आंगन से गायब हो गई थी। अफरोज की पत्‌नी मीना घर के अंदर खाना बना रही थी। जब बच्ची घर में नहीं मिली तो उसने आसपास मोहल्ले में तलाश शुरू की। काफी देर बाद भी जब बच्ची का पता नहीं चला तो फिर मीना ने यूपी 100 को सूचना दी। सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच शुरू की। उसके बाद पिता ने भी बच्ची की फोटो के साथ गुमशुदगी की तहरीर दी तो पुलिस ने अपहरण की एफआईआर दर्ज कर ली। पिता ने पुलिस के साथ बच्ची को ढूंढने का नाटक भी किया था।


डीजीपी के दौरे से आई तेजी

बच्ची के गायब होने पर पुलिस को पहले लगा कि शायद बच्ची किसी हादसे का शिकार हो गई होगी। आसपास के नालों में बच्ची की तलाश शुरू की गई। इसी दौरान लखनऊ से डीजीपी ओपी सिंह का बरेली के दौरे का संदेश आ गया। जिसके बाद पुलिस में हड़कंप मच गया। देर रात एसएसपी जोगेंद्र कुमार पहुंचे और मौके पर एसपी सिटी, सभी सीओ और सभी थाना प्रभारियों को बुला लिया। पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी। जब अफरोज को लगा कि मामला बिगड़ गया है और पुलिस ज्यादा अलर्ट हो गई है तो फिर उसने बच्ची को वली शाह की मजार शाहदाना में छाेड़ दिया।

 

बाबा ने कर ली पिता की पहचान

जब बच्ची मजार से बरामद हुई तो पुलिस ने वहां पूछताछ शुरू की तो पता चला कि गोरे और छोटे कद का शख्स बच्ची को यहां छोड़कर गया था। जिसके बाद पुलिस ने मजार पर मौजूद बाबा को बच्ची के पिता का फोटो दिखाया तो उसने तुंरत ही पहचान कर ली। जब पुलिस ने अफरोज से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरा राज खोल दिया। उसने बताया कि वह गरीब है और उसकी दो बेटियां हैं। उसे बेटियों को पालने में प्रॉब्लम हो रही थी। उसके चाहबाई गुद्दड़बाग निवासी दोस्त सरफराज उर्फ सिटू के कोई संतान नहीं है। सरफराज मौजूदा समय में जगतपुर में रहता है। उसने दोस्त को बेटी गोद देने की सोची। उसने इस बारे में पत्‌नी से भी बात की थी लेकिन उसने इनकार कर दिया था। जिसके बाद उसने खुद ही बच्ची को गायब कर दिया। वह सिटू के घर बच्ची को छोड़ आया। उसके बाद फिर से खुद ही मजार पर जाकर छोड़ गया। वह इकराम के साथ बाइक पर गया था।

 

बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है। पिता ने अपने दोस्त को गोद देने के लिए बच्ची को गायब किया था। पिता व दो साथियों पर कार्रवाई की जा रही है।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

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