- केंद्र ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 की स्टार रेटिंग के तय किए पैरामीटर

- नगर निगम का एक्शन नहीं, जनता बताएगी शहर में प्लास्टिक बैन की सच्चाई

- अभी तक नगर निकाय कागजों में कार्रवाई दिखाकर करते थे दावा

बरेली : स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की स्टार रेटिंग में प्लास्टिक इस्तेमाल पर रोक की स्थिति के पूरे 100 प्रतिशत नंबर नागरिकों के फीडबैक पर मिलेंगे। वहीं गंदगी की शिकायतों के निपटारे में पूरे 100 प्रतिशत नंबर भी लोगों के फीडबैक के आधार पर मिलेंगे। प्लास्टिक पर रोक दिखाने के लिए नगर निगम के कार्रवाई करने के दावे स्वच्छता सर्वे में नंबर नहीं दिला सकेंगे। बल्कि आम नागरिकों के फीडबैक पर ही माना जाएगा कि शहर में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगी है या नहीं। केंद्र सरकार ने स्टार रेटिंग के पैरामीटर जारी कर दिए हैं।

यह होंगे पैरामीटर

नए पैरामीटर्स के अनुसार पेनाल्टी, स्पॉट फाइन और स्वच्छता कर वसूली के भी पूरे नंबर लोगों के फीडबैक पर ही मिलेंगे। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के 80 प्रतिशत नंबर अब नागरिकों के फीडबैक पर तय होंगे। स्टार रेटिंग के सर्वे के लिए केंद्र से आने वाली टीम डोर टू डोर कलेक्शन पर 20 प्रतिशत नंबर देगी। नालों और तालाब व अन्य जलस्त्रोतों की सफाई पर नागरिकों का फीडबैक नहीं लिया जाएगा।

इनकी अहम भूमिका

व्यापारी संगठन, अस्पताल, निजी क्षेत्र के कार्यालय, शहर के प्रमुख नागरिक,

वार्ड स्तर पर इस तरह से लिया जाएगा सिटीजन फीडबैक, दुकानदार, एजुकेशन इंस्टीट्यूट, होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, ढाबा, सरकारी या निजी ऑफिस, टूरस्टि एरिया, सभी पार्क में पांच नागरिक और सभी ट्रांसपोर्ट हब पर पांच नागरिक होंगें।

स्टार पाने के लिए करनी होगी मेहनत

केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में पैरामीटर तय किए हैं। सेवन स्टार के लिए, वाटर प्लस, फाइव स्टार के लिए ओडीएफ डबल प्लस दिखाना होगा। इसकी तरह 1,3,5 और 7 सभी स्टार रेटिंग के लिए थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन होगा। नगर निगम को स्टार पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

इस साल की गलतियों से लेना होगा सबक

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बरेली की रैकिंग पहले से ज्यादा बिगड़ गई। पिछले सर्वे के बाद बरेली को 117 वें स्थान पूरे देश के स्वच्छ शहरों में मिला थाए इस बार यह 149 तक पहुंच गया था। बदले हुए पैरामीटर्स में बरेली को अपनी तैयारियों पर और जोर देना पड़ेगा। क्योंकि शहर को इस बार बेहतर प्रदर्शन करना है।

स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हम नागरिकए सामाजिक संगठनए व्यापारी और तमाम संस्थान आदि को अभियान से जोड़ रहे हैं। शहर को चार जोन में बांटकर सभी को जिम्मेदारी सौपी है। जनता की भागीदारी हमारे साथ हो इसको लेकर अभियान शुरू करेंग।

अजीत कुमार सिंह, संयुक्त नगर आयुक्त