-ट्यूजडे दोपहर आग की चिंगारी से अचानक झोपडि़यों में लगी आग

-सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर बिग्रेड 8 गाडि़यों आग पर पाया काबू

BAREILLY

बिथरी चैनपुर थाना के हरुनगला में शोला बनी एक चिंगारी गरीब परिवारों के आशियानों को जलाकर खाक कर दिया। इस दौरान आग में एक बुजुर्ग महिला जिंदा जल गई। हादसा दोपहर करीब साढ़े 12 बजे हुआ। आग की ऊंची लपटे उठ रही थीं, जिसके करीब जाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। उम्मीद थी कि फायर ब्रिगेड पहुंच जाएगी, लेकिन एक तथाकथित गोरक्षा दल के प्रांतीय अध्यक्ष ने कार टच हो जाने पर फायर बिग्रेड को 15 मिनट तो रोके रखा। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस के सभी बड़े अधिकारी पहुंचे गए। हालांकि, आग कैसे लगी यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।

झोपड़ी ही बन गई चिता

हरुनगला के कंथरी में ग्रामसभा की जमीन पर 35 परिवार झोपड़ी बनाकर रहते थे। पुरुष मजदूरी तो महिलाए घरों में झाड़ू-पोछा का काम करके जीवनयापन करती थीं। दोपहर जब आग लगी तो, ज्यादातर घरों के लोग रोजी रोटी की तलाश में निकले हुए थे। घर पर बुजुर्ग व बच्चे ही थे। आग की लपटें ऊंची हुई और शोर मचने पर बच्चे व बुजुर्ग कुछ समझ भी पाते कि आग की लपटों ने एक-एक कर सभी झोपडि़यों को चपेट में ले लिया। इस दौरान बिलासो देवी (70) पत्नी कढ़े राम आग के बीच फंस गई। जिंदा जल गई। आग बुझने के बाद पुलिस को उनकी हड्डियों के अवशेष मात्र मिले।

बिलासो देवी के बेटे रामपाल ने बताया कि जिस समय आग लगी थी वह घर पर नहीं था। घर पर उसके तीन बेटों में धर्मेन्द्र और आशू ही घर पर थे। आग बुझाने के लिए सूचना पर फायर बिग्रेड छह बड़ी गाडि़यां और दो छोटी गाडि़यां मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे में कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सूचना पर एसडीएम अपूर्वा दुबे, एसपी सिटी समीर सौरभ, एएसपी आकाश तोमर, एसपी ट्रैफिक ओपी यादव और कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ राजस्व विभाग के कर्मचारी भी पहुंच गए।

15 मिनट रोके रखी फायर बिग्रेड आग की बड़ी की घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड दस्ता तेजी के साथ मौके के लिए निकला। इस दौरान शहामतगंज में गोरक्षा दल के प्रांतीय अध्यक्ष बताने वाले एक सिरफिर ने फायर ब्रिगेड को रोक कर नेतागिरी करने लगा। 15 मिनट तक फायर ब्रिगेड को रोके रखा। इस दौरान फायर ब्रिगेड पर तैनात पुलिसकर्मी रास्ता देने के लिए हाथ जोड़ते रहे और घटना की भयावहता बताते रहे, लेकिन सिरफिरा नेता रास्ता छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ। आखिरकार स्थानीय लोगों ने बीचबचाव कर फायर ब्रिगेड को रास्ता दिलाया।

राजस्व टीम ने किया आंकलन

आग से कंथरी में करीब 35 झोपडि़यों के जलने की सूचना पर राजस्व विभाग के अफसर और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सभी पीडि़तों को फौरी तौर पर राहत के लिए उन्हें भगवान दास मैरिज हाल में ठहराया है। राजस्व टीम ने पीडि़तों के मुआवजा का भी आंकलन किया है। फिलहाल, झोपडि़यों में अचानक आग कैसे लगी इस बात की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी।

इनके जल गए आशियाना

सतीश कुमार, अनीश, महेन्द्र, सूरज पाल, गुड्डू, ओमकार, प्रमोद, बाबूराम, नरेश पाल, फातिमा, अब्दुल रहमान, सुमेश, रामधुन, प्रताप, दिनेश, राम, कृष्णपाल, रामपाल, रमजानी, माया, भारामल, मंशाराम, जितेन्द्र, रामवती, मुरारी, रजनीश, प्रेम ओर सोमवीर की झोपड़ी जलकर राख हो गई। इसके साथ आग से करीब एक दर्जन बकरी और एक कुत्ता भ्ाी जल गया।

बच्चे को मांगकर ख्िालाया खाना

आग से सब कुछ गंवाने के बाद महिलाएं तो रो रही थी इस दौरान बच्चे भूख से तड़प रहे थे। भूख से बिलखते बच्चे परिजनों से खाना मांग रहे थे, लेकिन परिजनों के पास शरीर के कपड़े छोड़कर कुछ नहीं बचा था। मोहल्ले की एक महिला ने बच्चों को खाना खिलाया। बिथरी चैनपुर विधायक के भाई रमेश मिश्रा ने पीडि़तों को खाना के 200 पैकेट की व्यवस्था कराई। महिलाएं रो-रो कर यही कह रही थी कि वर्षो से जोड़ी गृहस्थी पलभर में तबाह हो जाएगी सोचा भी नहीं था।