- करगैना निवासी राजपाल सिंह को कोरोना के बाद हो गया था ब्लैक फंगस, एसआरएमएस में थे भर्ती

- सैटरडे को आई रिपोर्ट में सिर्फ नौ कोरोना संक्रमित, अब जिले में 542 कोरोना के सक्रिय केस बचे

बरेली : डिस्ट्रिक्ट में सैटरडे को ब्लैक फंगस से पहले मरीज की मौत हो गई है। इसके साथ ही एक नया मरीज भी सामने आया है। वहीं, कोरोना संक्रमित तीन अन्य मरीजों ने भी सैटरडे को दम तोड़ दिया। जबकि नए संक्रमित मिलने का आंकड़ा सैटरडे को भी काफी कम रहा। डिस्ट्रिक्ट में अब छह सौ से कम सक्रिय मरीज हो गए हैं।

जांच में मिला था ब्लैक फंगस

करगैना निवासी राजपाल सिंह क्यारा ब्लाक के गांव इटौआ सुखदेवपुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। पिछले महीने वह कोरोना संक्रमित हुए थे। घरवालों ने उन्हें चौपुला चौराहे के पास स्थित दीपमाला अस्पताल में भर्ती कराया था। दस दिन से अधिक भर्ती रहने के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उन्हें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देने लगे। परिवार वालों ने जांच कराई तो ब्लैक फंगस पाया गया। उन्हें एसआरएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां शनिवार को उनकी मौत हो गई। वही, सोमवार को ब्लैक फंगस का एक और मरीज सामने आया। बरेली का रहने वाला यह मरीज केजीएमयू लखनऊ में सामने आया है। इस तरह जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 60 हो चुकी है। इसमें बरेली के 29 मरीज शामिल हैं। बाकी अन्य जिलों के हैं।

9 की रिपोर्ट पॉजिटिव

जिला सर्विलांस अधिकारी ड। रंजन गौतम ने बताया कि ब्लैक फंगस से मरीज की मौत की जानकारी उनके पास नहीं है। संबंधित अस्पताल से पता किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सैटरडे को 5662 सैंपलों की रिपोर्ट आई। इनमें 5653 लोगों को कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया, सिर्फ नौ लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके साथ ही तीन लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया और 59 लोगों का होम आइसोलेशन पूरा हुआ है। जिले में अब कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 542 बची है। वहीं, सैटरडे को कोरोना संक्रमित तीन लोगों की मौत हो गई।