- महायोजना 2031 के लिए तैयार किया जा रहा मास्टर प्लान, जनता से मांगे सुझाव

- दस वर्षों में विकास से जुड़ी सुविधाओं पर रहेगा फोकस, दिसंबर तक बनना है ड्राफ्ट

बरेली : शहर के विकास और जनसुविधाओं के ¨बदुओं को समेटते हुए तैयार किए जा रहे मास्टर प्लान में जनता की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके सुझाव से इस प्लान में अधिकतम सुधार की गुंजाइश होगी। शहरवासी बताएंगे कि उन्हें कैसा शहर चाहिए। इसके लिए जनता अपने सुझाव देगी और साथ ही आपत्तियां भी दर्ज कराएगी। अधिकारियों ने हर हाल में दिसंबर तक ड्राफ्ट तैयार करने का दावा किया है।

विकास पर होगा फोकस

सिटी डेवलेपमेंट प्लान के तहत महायोजना 2031 बनाने के लिए अधिकारी जुट गए हैं। महायोजना का फोकस आने वाले दस साल में बरेली के विकास से संबंधित रहेगा। इस बाबत कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसमें शहर को विकसित करने के साथ ही जनमानस के लिए तमाम बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सुगम आवागमन के लिए सड़कों का चौड़ीकरण, जाम मुक्त शहर का निर्माण, बेहतर सफाई व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, सीवर व्यवस्था के लिए प्ला¨नग की जा रही है। इसके लिए बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) और प्रशासन के अधिकारी जुट गए हैं। प्लान में जनता की भी सहभागिता रहेगी। प्लान तैयार होने के बाद पब्लिक पोर्टल के माध्यम से शहरवासियों से आपत्तियां और सुझाव मांगे जाएंगे। अरबों रुपये के प्लान को जनता की आपत्तियों के निस्तारण और सुझाव शामिल करने के बाद ही अनुमोदन के लिए शासन को भेजा जाएगा।

चार माह में तैयार होगा ड्राफ्ट

बरेली विकास प्राधिकरण और प्रशासनिक अमला ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने में जुट गया है। चार माह में ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा, फिर नए साल में ड्राफ्ट में सम्मिलित विकास के एजेंडे पर काम शुरू होगा। महायोजना में हर जोन का अलग से मास्टर प्लान बनेगा। शहरी सीमा से सटे क्षेत्रों को भी योजना में शामिल किया जाएगा। अयोध्या की तर्ज पर ही अधिकारी महायोजना 2031 का प्लान तैयार कर रहे हैं। इसके तहत यहां भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम होंगे। प्लान बनाते समय शहर के रमणीय स्थान, प्रमुख तीर्थ स्थल, धार्मिक स्थान, इमारत, सड़क समेत अन्य स्थानों पर फोकस किया जाएगा।

महायोजना 2031 के लिए ड्राफ्ट दिसंबर तक तैयार कर लिया जाएगा। इसमें शहर को विकसित करने के तमाम कार्य शामिल होंगे। जनता की भागीदारी के लिए जन पोर्टल से उनके सुझाव लेकर योजना में शामिल किए जाएंगे।

जो¨गदर सिंह, उपाध्यक्ष, बीडीए