-किसी को मेहनताना मिलेगा तो किसी को फीस में भारी भरकम कटौती

-स्टूडेंट्स के मोबाइल नम्बर का जुगाड़ कर उन्हें रोजाना कॉल कर रहे हैं

<-किसी को मेहनताना मिलेगा तो किसी को फीस में भारी भरकम कटौती

-स्टूडेंट्स के मोबाइल नम्बर का जुगाड़ कर उन्हें रोजाना कॉल कर रहे हैं

BAREILLY:

BAREILLY: डिग्री लेने से पहले स्टूडेंट्स एजेंट बन गए हैं और उनके टीचर्स कॉल सेंटर खोल कर बैठ गए हैें। यह हकीकत है शहर के कुछ प्रोफेशनल कॉलेजेज की। प्रोफेशनल कॉलेजेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स इन दिनों इसी भूमिका में हैं। वे अपने कॉलेजेज में कंडक्ट हो रहे प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए स्टूडेंट्स पकड़ने का काम कर रहे हैं। इसके लिए वे हर हथकंडे अपना रहे हैं। उनका कॉलेज मैनेजमेंट भी यह काम करावाने के लिए हर संभव गिफ्ट देने को तैयार है। किसी को ईनाम में मेहनताना दिया जाएगा तो किसी को फीस में भारी भरकम कटौती। लुभावने ऑफर के लालच में कॉलेज के ये टीचर्स और स्टूडेंट्स इन दिनों मैनेजमेंट के इशारों पर खूब थिरक रह हैं।

मोबाइल पर पकड़ रहे हैं स्टूडेंट्स

प्रोफेशनल कॉलेजेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स इन दिनों मोबाइल पर एडमिशन के लिए नए स्टूडेंट्स पकड़ने का काम कर रहे हैं। स्टूडेंट्स के मोबाइल नम्बर का जुगाड़ कर उन्हें रोजाना कॉल कर रहे हैं। बाकायदा कॉलेज सेंटर की तरह। उनके मोबाइल पर अपने कोर्सेज के बारे में जानकारी दे रहे हैं। उसमें एडमिशन लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। इसके लिए उन्हें लुभावने ऑफर भी दे रहे हैं। प्रोफेशनल कॉलेजेज के मैनेजमेंट ने अपने यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को नए स्टूडेंट्स पकड़ने का एजेंट बना दिया है।

स्टूडेंट्स पकड़ो मेहनताना लो

टीचर्स और स्टूडेंट्स को यह काम करने के लिए उनका कॉलेज मैनेजमेंट लुभावने गिफ्ट भी देने का दावा कर रहा है। कुछ कॉलेजेज ने एक स्टूडेंट का एडमिशन कराने के लिए भ् से क्0,000 रुपए देने का वादा किया है। जितने ज्यादा स्टूडेंट्स पकड़ कर लाएंगे ईनाम की रकम और बढ़ती जाएगी। यही नहीं टीचर्स का इंक्रीमेंट भी इस पर डिपेंड करेगा। वहीं उनके यहां पर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स किसी स्टूडेंट का एडमिशन कराते हैं तो उनकी फीस में काफी कटौती का वादा किया गया है। ज्यादा स्टूडेंट का एडमिशन करा दिया तो पूरी एक समेस्टर की फीस माफ करने का लालच दे रहे हैं। यही नहीं कुछ कॉलेज तो महंगा मोबाइल से लेकर लैपटॉप गिफ्ट देने की बात कह रहे हैं। कॉलेज मैनेजमेंट के इसी लालच के चलते टीचर्स और स्टूडेंट्स इन दिनों उनकी मंशा को पूरा करने के लिए जी जान से जुट गए हैं।

खाली सीटों का खौफ

प्रोफेशनल कॉलेजेज के मैनेजमेंट को खाली सीटों का खौफ सता रहा है। अपने यहां पर एमबीए, बीएड, इंजीनियरिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज तो खोल दिए हैं, लेकिन एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स का घोर टोटा है। जानकारों की मानें इसी वजह से कॉलेज मैनेजमेंट यह हथकंडा अपनाते हैं। अपने यहां के टीचर्स और स्टूडेंट्स से इस तरह का काम कराते हैं।