जुलाई में होने वाले वृहद पौधरोपण अभियान के लिए अभी केवल वन विभाग ने खोदे हैं गड्ढे

- वन विभाग और उद्यान विभाग की नर्सरियों में मौजूद हैं पौधे

बरेली : जिले के 45 स्क्वायर हेक्टेयर में फैले वन विभाग के जंगल में पौध रोपण की तैयारियां तेज हो गई हैं। बीते वर्ष रोपित पौधों में आधे से ज्यादा सूख गए हैं। वन व उद्यान विभाग की 30 से अधिक नर्सरियों में 37.27 लाख से अधिक पौधे सुरक्षित रखवाए गए हैं।

कई वर्षों से जिले को हरा भरा करने के लिए वन विभाग हर वर्ष पौधा रोपण कराता है। इसके बाद भी क्षेत्र में हरियाली नहीं दिखाई देती है। प्रदेश सरकार ने क्षेत्र को हराभरा करने को कई बड़े कदम उठाए हैं। जिसमें एक दिन में लाखों पौधे रोपित किए गए, लेकिन देखरेख न होने से आधे से अधिक पौधे सूख गए। प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल ने बताया कि पिछले वर्ष शासन से मिले लक्ष्य से अधिक जिले में पौधारोपित किए गए थे। जिसमें वन विभाग के अधिकांश पौधे रोपित कराए गए हैं। बताया शासन के निर्देश पर विभाग ने पौधारोपण के लिए मुफ्त पौधे उपलब्ध कराए थे, जिसके बाद पौध रोपित करने का लक्ष्य पूरा हुआ था। बताया कि इस बार जिले में 37.27 लाख पौधा रोपित करने का लक्ष्य है। जिसमें अकेले वन विभाग छह लाख से अधिक पौधे रोपित करेगा। बाकी के 31 लाख पौधे अन्य विभाग रोपित करेंगे। वन विभाग ने अपने पौधे रोपित करने के लिए गड्ढे खोदने का भी काम पूरा कर लिया है। एक जुलाई से पौधा रोपित कराए जाने के लिए महोत्सव शुरू होगा। इसके लिए खास तरह की तैयारी की जा रही है। वन विभाग की 27 व उद्यान विभाग की अन्य नर्सरियों में इन पौधों को तैयार किया गया है।

आक्सीजन वाले पौधे अधिक होंगे रोपित

प्रभागीय वन अधिकारी ने बताया कि आक्सीजन पौधे अधिक मात्रा में रोपित कराए जाएंगे। सागौन, पीपल, बरगद, पाकड़, इमली, आंवला, सहजन, बांस, महुआ और चिल्ला के अलावा नीम आदि के पेड़ मानव को आक्सीजन देते हैं। इसलिए इन पौधों को प्राथमिकता पर रोपित कराया जाएगा। उन्होंने बताया ये पौधे प्राणवायु है। पर्यावरण भी संरक्षित होगा।

विभाग का नाम पौधारोपण का आवंट

वन विभाग - 614000

पर्यावरण विभाग - 70440

ग्राम्य विकास विभाग - 1803240

राजस्व विभाग - 205320

पंचायती राज विभाग - 205320

आवास विकास विभाग - 6840

औद्योगिक विकास - 4200

नगर विकास - 78960

लोक निर्माण - 10440

जल शक्ति विभाग - 10440

रेशम विभाग - 25689

कृषि विभाग - 345936

पशुपालन विभाग - 6960

सहकारिता विभाग - 8160

उद्योग विभाग - 8160

माध्यमिक शिक्षा - 4104

बेसिक शिक्षा - 4104

पचविधिक शिक्षा - 6000

उच्च शिक्षा - 22920

श्रम विभाग - 3240

स्वास्थ्य विभाग - 10560

परिवहन विभाग - 3240

रेलवे विभाग - 22200

रक्षा विभाग - 6840

उद्यान विभाग - 227842

पुलिस विभाग - 6840

कुल - 3727275

इस बार पीएमएस से होगी निगरानी

पौधारोपण की निगरानी प्रदेश स्तरीय अधिकारियों के साथ ही वन विभाग इस बार पीएमएस से करेगा। प्लांटेशन मानीट¨रग सिस्टम (पीएमएस) को वन विभाग की ओर से लांच किया गया है। इस पर वन विभाग को अपना माइक्रो प्लान बनाकर भेजना होता है। इस माइक्रोप्लान को लेकर प्रदेश स्तरीय अधिकारियों द्वारा उसकी निगरानी होती रहेगी।