-मैच प्वाइंट के नाम पर ठगी करने वाले एक ग‌र्ल्स की फोटो से बनाते थे कई आईडी

-पुलिस ने दो लड़कियों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट, संचालक से पूछताछ जारी

बरेली- बारादरी में चल रहे फर्जी मैरिज ब्यूरो के मामले में पीडि़तों को फंसाने के लिए ठग गूगल सर्च से उसके पति की लोकेशन भी ट्रेस करते थे। दूर की लोकेशन आने के बाद उसे फोन कर ठगने का खेल किया जाता था, ताकि ठगी होने पर वह शिकायत न करे लेकिन पकड़ा न जा जाए। दातागंज के शख्स को भी ठगों ने दूर का समझा लेकिन उसने बरेली में आकर शिकायत की। पुलिस ने नेत्रपाल की शिकायत पर फोन करने वाली पूजा और अनुराधा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस मंजीत को संडे को कोर्ट में पेश कर जेल भेजेगी।

फर्जी कंपनी और 7 अकाउंट भी

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि छत्तीसगढ़ के मंजीत ने दिल्ली की कंपनी की फ्रेंचाईजी तो ले रखी थी लेकिन उसने मैटरीमोनियल सर्च प्वाइंट नाम से अपनी फर्जी कंपनी भी बना रखी थी। उसने इस कंपनी के नाम से तीन अलग-अलग बैंक में अकाउंट भी ओपन करा लिए थे। इन्हीं अकाउंट में ठगी की रकम डलवाई जाती थी। इन तीन अकाउंटस के अलावा भी उसने 4 अन्य अकाउंट खुलवा रखे थे। वह अभी तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका था।

दूसरी वेबसाइट से डाटा सर्च

पूछताछ में मंजीत ने बताया कि वह अन्य मैटरोमोनियल वेबसाइट से डाटा चोरी कर लेता था। डाटा चोरी करने के लिए वह इन वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लेते थे। उसके बाद वहां से ग‌र्ल्स की फोटो व डिटेल कापी कर अपनी वेबसाइट में पेस्ट कर देता था। उसके बाद उन लोगों से फोन पर संपर्क करते थे, उनकी मुलाकात कराने की बात कहते थे। उसने जिस दिल्ली की वेबसाइट की फ्रेंचाइजी ले रखी थी, उससे जुड़े लोग भी डाटा चोरी करते थे। यही नहीं ठग एड भी निकलवाते थे। उसके बाद रजिस्ट्रेशन, मीटिंग और शादी कराने के नाम पर अकाउंट में रकम डलवाई जाती थी। यह ढाई लाख तक का पैकेज देते थे, जिसमें शादी कराने और उसके खर्च तक की जिम्मेदारी लेते थे।

एक फोटो से कई प्रोफाइल

पुलिस ने जब मंजीत की व्हाट्सएप चेक की तो पता चला कि उसने एक लड़की की फोटो से कई अलग-अलग नाम से प्रोफाइल बना रखी थी। जैसे ही किसी को लड़की पसंद आती थी तो उससे होटल में मुलाकात की बात कराते लेकिन पैसा डलने के बाद कह देते थे कि उसकी शादी हो गई है। वह दूसरी लड़की से बात करा देंगे, उसके बाद फाइल बंद होने के बाद दोबारा रकम मांगी जाती थी। नेत्रपाल से भी इसी तरह से ठगी की गई थी।