-हर बार नए तरीके से लोगों को झांसे में ले रहे साइबर ठग

-जुलाई माह में 54 लोगो को 15 लाख से अधिक का लगा चुके चूना

बरेली : धांतिया से 14 साइबर ठगों की गिरफ्तारी के बावजूद ठगी के मामलों पर कोई ब्रेक नहीं लग रहा है। शहर से दूर बैठे ठग हर बार ठगी का नया तरीका इजाद कर रहे हैं। अब ठगो ने फाइनेंस प्लानर बनकर रोजाना तीन हजार रूपए कमाने का जाल बुना है। ठग अब लोगो से व्हाट्सएप पर उनके डॉक्युमेंट्स मांगते हैं और फिर आधार नंबर के जरिए ही अकाउंट खाली कर दे रहे हैं। जुलाई माह की बात करें तो बरेली में साइबर ठगों ने अलग-अलग तरीके से 54 लोगों के अकाउंट से 15 लाख से अधिक की रकम ठग ली। हालांकि 8 मामलों में साइबर सेल ने 2 लाख 50 हजार रुपए साइबर ठगों के खाते से वापस करा लिए।

मेसेज में लिखा व्हाट्सएप से जुड़ें

कैंट एरिया के रहने वाले एक शख्स के मोबाइल पर 3 अगस्त को एक अनजान नंबर से मैसेज आया, जिसमें लिखा था, हाय फ्रेंड्स, एड व्हाट्सएप , एक नंबर दिया गया था यू विल गेट ए क्विक वे टू गेट मनी, ए फाइनेंशियल प्लानर टेक्स यू टू अर्न मनी 3000 पर डे, यानी साफ था कि व्हाट्सएप नंबर पर जुड़ने पर आपको रोजाना 3 हजार रुपए कमाने का मौका मिल जाएगा।

मांगी गई बैंक से जुड़ी डिटेल

शख्स ने जैसे ही नंबर सेव कर व्हाट्सएप में चेक किया तो प्रोफाइल में एक लड़की की तस्वीर लगी हुई है और नंबर पर ऑनलाइन शो कर रहा था, यही नहीं इस नंबर पर मेसेज लिखने के कुछ देर बाद रिप्लाई भी आया और उसके बाद ठग ने झांसे में लेना शुरू कर दिया। बैंक व अन्य डॉक्युमेंट्स भी मांगे। इस पर शख्स को समझ में आ गया कि कोई ठग है। जिससे वह ठगी से बच गया। इस तरह से अधिकतर ठग लोगों को कभी पीएम मुद्रा लोन तो कभी टॉवर लगवाने के मैसेज भेजते हैं और फिर वॉट्सएप पर जोड़ने के लिए बोलते हैं और अकाउंट या आधार की डिटेल मांगकर अकाउंट खाली कर देते हैं। कई बार लोग खुद झांसे में आकर ठगों के द्वारा दिए गए अकाउंट में रकम जमा कर देते हैं।

थानों में टरका देते हैं

साइबर ठगी रोकने के लिए साइबर सेल और साइबर क्राइम थाना भी खोला गया है, लेकिन लोगों को सही जानकारी न होने और तुरंत सुनवाई ना होने से लोग परेशान होते हैं। ठगी होने पर लोग तुरंत थाने पर जाते हैं लेकिन यहां लोगो को उनकी गलती बताकर टरका दिया जाता है, जिसके बाद वह दूसरे दिन एसएसपी ऑफिस पहुंचता है और तब कहीं मामला साइबर सेल जाता है। तब तक काफी देर हो जाती है, जबकि थाना पुलिस को उनकी शिकायत तुरंत लेकर मामले को साइबर सेल भेजना चाहिए ताकि साइबर सेल काम शुरू कर दे, यदि जिस अकाउंट में रकम ट्रांसफर हुई है और अकाउंट से रुपए नहीं निकले गए है तो ट्रांजेक्शन को रोका जा सके। देरी की वजह से साइबर सेल सिर्फ ऑनलाइन खरीदे गए सामान के मामले में ही रकम वापस करा पाती है।

इस तरह से कर रहे ठगी

-बैंक एटीएम ब्लॉक होनी के बहाने

-पीएम मुद्रा या अन्य लोन दिलाने के बहाने

-सेना का जवान बनकर सस्ते दाम में वाहन या अन्य सामान बेचने के बहाने

.कोविड फंड में रकम ट्रांसफर करने के बहाने

। कोरोना का नाम लेकर किसी की मदद के बहाने

। दूसरों की क्लोन फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया आईडी बनाकर मदद के बहाने

। अपने उधार के रुपए अकाउंट में डलवाने के बहाने से

। एप इंस्टाल कराकर बैंक अकाउंट की डीटेल लेकर

जुलाई माह में साइबर क्राइम

.88 केस जुलाई माह में साइबर क्त्राइम से जुड़े हुए सामने आए

। 34 केस फेसबुक, व्हाट्सएप या अन्य अकाउंट की फेक आईडी बनाकर अश्लील पोस्ट या फिर आपत्तिजनक धार्मिक पोस्ट के

। 54 केस बैंक, एटीएम व अन्य तरह की साइबर ठगी के

। 15.87 लाख रुपए साइबर ठगों ने अकाउंट से किए पार

। 8 मामलों में साइबर सेल ने ठगी के रुपए वापस कराए

। 2.50 लाख रुपए के खाते से वापस दिला

यहां करें तुरंत शिकायत

.साइबर ठगी होने पर तुरंत शिकायत पुलिस से करें

.थाने के अलावा साइबर सेल में जरूर शिकायत करें

.तुरंत शिकायत पर अकाउंट से रकम कराई जा सकती है वापस

.साइबर क्राइम ऑफ इंडिया के पोर्टल पर भी शिकायत करें

साइबर ठगी से बचने के लिए किसी को भी बैंक या अपने किसी भी तरह के अकाउंट की डिटेल न दें, ठगी होने पर तुरंत साइबर सेल में मामले की शिकायत करें।

सुशील कुमार, एसपी क्राइम

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धंतिया से फरार साइबर ठगों की दिल्ली में मिली लोकेशन

फतेहगंज पश्चिमी के धंतिया गांव से दबिश के दौरान मौके से फरार हुए साइबर ठगों की लोकेशन दिल्ली में मिली है, पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस ने यहां से 22 जुलाई को दबिश के दौरान 14 साइबर ठगों को पकड़ा था। 5 साइबर ठगों की 33 घंटे की रिमांड के बाद पुलिस को गैंग के तीन दर्जन से अधिक गुर्गो के नाम पता चले हैं। पुलिस पहले से ही गैंग के सात लोगों की तलाश कर रही थी। वहीं तीन दर्जन और गुगरें के नाम पता चलने के बाद पुलिस को कुछ के नम्बर भी मिल गए हैं। पुलिस ने सर्विलांस टीम को नम्बर उपलब्ध करा दिए हैं। कॉल डिटेल के आधार पर इनकी लोकेशन दिल्ली की निकली। गिरफ्तारी के बाद से सभी शातिरों ने मोबाइल बंद कर रखे हैं। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि फरार ठगों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। ज्यादातर की लोकेशन दिल्ली में है।