-अधिकारियों से जान पहचान कर ठगी करने वाले अनुराग मिश्रा पर लगा आरोपए पीडि़त ने एसएसपी ऑफिस में की शिकायत

बरेली : अधिकारियों से जान पहचान कर ठगी करने वाला बहुत ही शातिर है। उसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। हेल्थ विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी हो या फिर डीएम ऑफिस के कर्मचारी से बेटे की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला हो, वह कई लोगों से ठगी कर चुका है। उसके द्वारा ठगी का एक और मामला सामने आया है जिसमें उसने एक शख्स को सरकारी राशन की दुकान दिलाने के नाम पर 1.70 लाख रुपए ठग लिए। जब पीडि़त थर्सडे को अपने रुपए लेने ठग के घर गया तो उसके परिजनों ने उसे धमकाया। फ्राइडे को पीडि़त ने एसएसपी ऑफिस में मामले की शिकायत की है। उसके खिलाफ कई शिकायतें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

डीएम ऑफिस में मिला था आरोपी

भमोरा के खुली गांव निवासी रविन्द्र कश्यप का आरोप है कि डीएम कैंप ऑफिस में सरकारी राशन की दुकान लेने के सिलसिले में गया था। यहां पर उसे भौआपुर कैंट निवासी अनुराग मिश्रा व दो अन्य लोग मिले। तीनों ने उससे पूछा कि वह किस काम से आया है तो उसने बताया कि वह सरकारी राशन दुकान लेना चाहता है। इस पर अनुराग मिश्रा ने कहा कि उसकी अधिकारियों से जान पहचान है वह उसे सरकारी राशन की दुकान दिला देगा लेकिन इसके लिए 1.70 लाख रुपए लगेंगे। इतनी रकम सुनकर वह सोच में पड़ गया और बाद में बताने के लिए कहकर वापस चला गया।

इन अधिकारियों को देने होंगे रुपए

आरोप है कि अनुराग व उसके साथियों ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया। 29 जुलाई को अनुराग ने उसे फोन किया कि उसकी अधिकारियों से बात हो गई है। इसके लिए 40 हजार रुपए एसडीएम 40 हजार रुपए सप्लाई इंस्पेक्टर, 20 हजार रुपए एडीओ पंचायत, 40 हजार रुपए खाद्य एवं रसद विभाग और 30 हजार रुपए बोर्ड ऑफिस में देने होंगे। रविंद्र के मुताबिक उसने 2 अगस्त को 1.70 लाख रुपए अनुराग मिश्रा व उसके साथियों को दे दिए, लेकिन उसके बाद भी उसे राशन की दुकान नहीं मिली। जब वह 17 सितंबर को अनुराग के घर रुपए वापस मांगने गया तो उसके पिता व अन्य परिजनों ने उसे धमकी दी। उसके पिता ने कहा कि वह होमगार्ड में है उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।