-बरेली में धेनू ग्रीन इंडिया लिमिटेड ने प्लांट लगाने के नाम पर डेढ़ करोड़ ठग लिये

-करीब 200 लोगों से रुपए ऐंठने के बाद कंपनी प्रबंधन ने प्लांट लगाने से किया मना

BAREILLY:

गोरक्षा के नाम पर करीब 200 लोगों से डेढ़ करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। कानपुर की धेनू ग्रीन इंडिया लिमिटेड कंपनी ने बरेली में नया प्लांट लगाने और उसमें हिस्सेदारी का झांसा देकर लोगों से रुपए ऐंठ लिये। बाद में, कंपनी प्रबंधन ने घाटा बताकर प्लांट लगाने से मना कर दिया। ठगी का शिकार हुए करीब दर्जन ार लोगों ने कंपनी के एमडी के नाम से एफआईआर दर्ज करायी है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कंपनी की असलियत जानने के लिए नेट पर डिटेल्स सर्च किया तो, वेबसाइट वर्ष 2012 के बाद अपडेट नहीं है। कंपनी की वेबसाइट पर

मौजूद कॉन्टैक्ट नंबर आउट ऑफ सर्विस मिले।

4 साल पहले ाोला था ऑफिस

प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ठगी के शिकार करीब दर्जन ार पीडि़तों ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें उन्होंने बताया कि राजेन्द्र नगर स्थित बांके बिहारी मंदिर के पीछे धेनू ग्रीन इण्डिया लिमिटेड ने वर्ष 2013 में ाोला था, जिसमें पंचगव्य से निर्मित करीब 50 से 60 तरह के प्रोडक्ट सेल किए जाते थे। पीडि़तों का आरोप है कि कपनी के सीएमडी अनिल कुमार तिवारी और एमडी प्रदीप कुमार मिश्रा शहर पहुंचे और उन्होंने प्रोडक्ट ारीदने वाले करीब दो दर्जन से अधिक लोगों के साथ एक मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने झांसा दिया कि यदि कंपनी का बरेली में प्लांट लग जाए, तो प्रोडक्ट कम रेट पर उपलध हो सकेंगे। इसके लिए कंपनी के अधिकारियों ने डेढ़ करोड़ का निवेश करने की बात कही। निवेश पूरा होने पर शहर में ही प्लांट लगा दिया जाएगा। मुनाफे की बात सुनकर साी लोग निवेश करने के लिए तैयार हो गए। प्लांट लगाने के लिए एमडी ने फतेहगंज पश्चिमी में जमीन ाी देाी थी।

रिश्तेदारों से लिये मांगे थे रुपए

कंपनी में निवेश कर मोटी कमाई के लालच में पड़े लोगों ने जेब में रुपए न होने पर रिश्तेदारों से उधार मांग लिये। कंपनी के हिस्सेदार तो बन नहीं पाए, तकादा से जरूर परेशान हैं।

ये हैं पीडि़त

राम वर्मा, यशवीर, मुकेश शर्मा, रिंकी, मोहम्मद शहजाद, विमल, मोहम्मद शमशाद, शशि प्रभा, संजीव कुमार, विनीत, पुष्पराज और प्रेमऔतार सहित करीब 200 लोग ठगी का शिकार हो गए।

दर्जन भर लोगों से डेढ़ करोड़ की ठगी का मुकदमा एसएसपी के आदेश पर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

राजेश सिंह इंस्पेक्टर प्रेमनगर