-रेस्टोरेंट संचालक ने एक ठग पर लगाए आरोप, एसएसपी ऑफिस में की शिकायत

-आरोपी कई बार रेस्टोरेंट संचालक को डीएम और सीएमओ के ऑफिस व आवास पर भी लेकर गया

बरेली : हेल्थ डिपार्टमेंट में 5 करोड़ के टेंडर दिलाने के नाम पर 41 लाख रुपयों से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी स्टेशन रोड के एक रेस्टोरेंट संचालक से हुई है। ठग ने रेस्टोरेंट संचालक को डीएम और सीएमओ से पारिवारिक जान पहचान का झांसा दिया। यही नहीं भरोसे में लेने के लिए वह उसे डीएम और सीएमओ के ऑफिस व आवास पर भी लेकर गया और एक फर्जी लेटर भी टेंडर का दे दिया। ठग ने सीएमओ की बेटी के नाम का अकाउंट बताकर रकम भी डलवा ली, लेकिन जब ठगी का पता चला और वह रुपए मांगने गया तो उस पर तमंचा तानकर जान से मारने का प्रयास किया गया। पीडि़त ने एसएसपी से मामले की शिकायत की है। मामले में इंस्पेक्टर कोतवाली को जांच का आदेश दिया है।

रेस्टोरेंट में आता जाता था

एमईएस कॉलोनी निवासी दिनेश सिंह बिस्ट ने शिकायत की है कि उनका स्टेशन रोड पर रेस्टोरेंट था। आरोप है कि अगस्त 2019 को उनके होटल पर भाऊआपुर सिमरा बोरी कैंट निवासी एक व्यक्ति आया। उसने बताया कि उसके जिले के डीएम और सीएमओ से घरेलू संबंध हैं। वह अक्सर रेस्टोरेंट पर आने लगा और कई बार उन्हें डीएम और सीएमओ के ऑफिस व आवास पर भी लेकर गया। उसने कहा कि उसकी अधिकारियों से बात हो गई है। वह उसे 5 करोड़ का टेंडर दिला देगा लेकिन इसके लिए उसे अधिकारियों को रुपए देने होंगे।

24 बार में फोन पे पर दिए रुपए

आरोप है कि उसने सीएमओ की बेटी का अकाउंट बताकर एक अकाउंट नंबर दिया, जिसमें उन्होंने 21 अगस्त 2019 से 2 मई 2020 तक 24 बार में लाखों रुपए फोन पे के जरिए ट्रांसफर कर दिए, जिसका उसके पास रिकॉर्ड भी है। उसके बाद ठग ने 5 नवंबर 2019 को एक लेटर दिया जिसे बताया कि उसे करीब 42 लाख का टेंडर मिला है। इस पर सीएमओ के नाम के साइन भी थे। यह पत्र मार्च 2020 का जारी था। जब वह लॉकडाउन के बाद तारीख ठीक करने सीएमओ ऑफिस गया तो पता चला कि लेटर फर्जी है और सीएमओ के साइन भी फर्जी हैं।

व्हाट्सएप पर भी मांगे रुपए

आरोप है कि ठग ने उनसे कई बार में 7 लाख रुपए नकद भी लिए, वह बार-बार अधिकारियों के नाम पर रुपए मांगता था, जिसके व्हाट्सएप पर मेसेज के उनके पास स्कीन शॉट भी हैं। ठगी का पता चलने पर वह 3 सितंबर को ठग के घर गए तो वहां पर उसके परिवार वालों ने घेर लिया और तमंचा कनपटी पर लगाकर गला दबाने का प्रयास किया। उनके साथ में गए दोस्त ने शोर मचाया तो जान बचाई। उन्हें जान से मारने कि धमकी दी गई है।