बरेली(ब्यूरो)। आज के दौर में युवाओं को रोजगार की बहुत आवश्यकता है। ऐसे में यदि उन्हें शिक्षा ही ऐसी मिले, जो रोजगारोन्मुखी हो एवं जिसे ग्रहण करने के साथ ही स्टूडेंट को रोजगार उपलध हो जाए तो यह किसी भी छात्र के लिए वरदान से कम नहीं होगा। ऐसा ही कुछ कर रहा है नगर में स्थित साहूराम महिला महाविद्यालय। इस कॉलेज में छात्राओं के स्वरोजगार के लिए कई डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और व्यवसायिक कोर्सेस संचालित है। महाविद्यालय से फैशन एंड टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग करने वाली छात्राओं को सिर्फ फैशन से रिलेटेड ही नहीं उन्हें वेस्ट से बेस्ट कैसे बनाए यह सिखाने के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़वा देने के लिए सिखाया जाता है। इस के लिए पॉलिथीन छोड़ कर कपड़े का कैरी बैग सिलना और घर में पड़े वेस्ट मैटेरियल से बेस्ट मैटेरियल बनाना सिखाया जाता है।

इंडस्ट्री विजिट से जानकारी
फैशन डिजाइनिंग की अपडेट फैशन की जानकारी के लिए छात्राओं को समय समय पर दिल्ली और नोएडा में इंडस्ट्रीज विजिट ाी कराई जाती है। ताकि वह अपडेट फैशन के बारे में जानकारी रा सके और अपने को उस के ही हिसाब से अपडेट रखें।

नहीं न्यूनतम योग्यता
साहू राम स्वरूप महिला महाविद्यालय से सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए कोई ाी न्यूनतम योग्यता एवं आयु सीमा की बाध्यता नहीं राी गई है। सर्टिफिकेट कोर्स के लिए महाविद्यालय की छात्रा होना जरूरी है। महाविद्यालय के टीचर्स की माने तो सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए महाविद्यालय के साथ दूसरे कॉलेजेज से ाी कई छात्राएं रोजगार परक कोर्सेस करने के लिए आती है। ऐसी छात्राओं को भी रोजगार परक शिक्षा के लिए उन्हें ाी ट्रेनिंग कराई जा रही है।

महाविद्यालय में सुविधा
एमजपीआरयू के एफिलेटेड 670 महाविद्यालय करीब है। लेकिन सिर्फ साहू राम स्वरूप महिला महाविद्यालय में ही इस तरह के रोजगारपरक कोर्स संचालित हैं। इसलिए ही इस महाविद्यालय में शहर के दूसरे महाविद्यालयों की अपेक्षा संया अधिक रहती है। महाविद्यालय की तरफ से इस वर्ष इन कोर्सेस में और कोर्स ाी शामिल किए गए हैं। महाविद्यालय में संचालित फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए लैब भी हाईटेक तैयार की गई हैं। फैशन डिजाइनिंग कोर्स में इस समय 300 छात्राएं ट्रेनिंग कर रही हैं, इतना ही नहीं इसमें अधिकांश छात्राएं स्टडी के साथ स्वरोजगार भी शुरू कर चुकी है।

ये कोर्सेस भी संचालित
साहू रामस्वरूप महिला महाविद्यालय में बीए समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र और कोरियोग्राफी को ाी कोर्स सचंालित है। एमए में शिक्षा शास्त्र और फैशन डिजाइनिंग का ाी कोर्स है। महावद्यिालय में संगीत, समाजशात्र, होमसाइंस, अर्थशास्त्र, हिन्दी, अंग्रेजी, इतिहास और चित्रकला में पीएचडी की सुविधा है।

बोले जिम्मेदार
महाविद्यालय की तरफ से छात्राओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए कई स्वरोजगार परक कोर्सेस संचालित है। इसमें छात्राओं की रूचि भी काफी है। कई छात्राएं स्वरोजगार परक कोर्स कर स्वरोजगार से भी जुड़ी हैं।
प्रो। अनुपमा मेहरोत्रा, प्राचार्य

फैशन डिजाइनिंग की लैब ाी अब हाइटेक हो गई है। छात्राओं को क्रिएटिव वर्क करने के लिए लगातार टे्रनिंग दी जा रही है। महाविद्यालय से कोर्स करने के बाद कई छात्राओं ने स्वरोजगार के साथ दूसरों को ाी रोजगार दे रही हैं।
अलका जायसवाल, एचओडी

छात्राओं की बात
मैंने फैशन डिजाइनिंग कोर्स करना शुरू किया। उसके बाद इतना काम आ गया कि मैं अब घर पर ही बुटी चला रही हूं। इससे अर्निंग भी हो रही है।
शिवानी

फैशन डिजाइनिंग में सिलाई का काम सीाकर मैंने अपना काम शुरू घर पर ही किया है। इससे मैं कपड़ों के सिलाई करने के साथ दूसरों को भी सिखा रहीं है।

राधा

महाविद्यालय में मैंने फैशन डिजाइनिंग से सिलाई कढ़ाई का काम सीा कर घर पर ही बुटीक का काम शुरू कर दिया है। बुटीक से मुझे इनकम भी हो रही है और रोजगार भी मिल रहा है।
साजिया फातिमा