-कोरोना से बचाव को शहर में लगाए गए थे टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम

-देखरेख न होने के चलते ज्यादातर सिस्टम हो चुके खराब

बरेली:

शहर स्मार्ट दिखे इसके लिए स्मार्ट सिटी के तहत कई कार्य कराए जा रहे हैं। करोड़ों रुपए रोड्स और सीवर लाइन पर खर्च किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम शहर के कई एरिया में लगवाए गए थे। इसमें अधिकांश हैंड वॉश सिस्टम पब्लिक प्लेसेस में लगे हुए हैं, जिससे लोग समय-समय पर हाथ धोते रहें और कोरोना से बचे रहें। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने वेडनसडे को शहर के पब्लिक प्लेसेस में लगाए गए टच फ्री हैंड वॉश सिस्टम का रियलिटी चेक किया तो हकीकत चौकाने वाली सामने आई। शहर के पब्लिक प्लेसेस में लगाए गए टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम अधिकांश कंडम मिले। यहां तक कि नगर निगम के ऑफिस में ही लगे टच फ्री हैंड वॉश सिस्टम को कोई यूज तक नहीं कर रहा था और हैंड वॉश सिस्टम ही कंडम होने की कगार पर था। आइए बताते हैं आपको शहर के अलग-अलग एरिया में लगाए गए टच फ्री हैंड वॉश सिस्टम की हकीकत

गांधी उद्यान

शहर के गांधी उद्यान पार्क में सबसे अधिक भीड़ होती है। पार्क में बच्चे महिलाएं, बुजुर्ग और फैमिली के साथ लोग घूमने के लिए आते हैं। पार्क में आने वालों को हैंड वॉश करने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत एक टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम लगवाया गया था। यह सिस्टम लगे हुए करीब छह माह हो गए, मशीन में सिर्फ पानी ही आता है। इस टच फ्री हैंड वॉश मशीन में लिक्विड सोप तो रखा ही नहीं। अनदेखी की चलते अब यह कंडम हो गया है। इससे पानी भी हैंड वॉश के लिए नहीं आता है।

डीएम कंपाउंड

कलेक्ट्रेट में मेन गेट के बाएं तरफ एक टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम लगा हुआ है। इस पर एक तरफ से लिक्विड सोप जबकि दूसरी तरफ से पानी पैडल दबाने पर निकलता है। लेकिन यह ऐसी जगह पर लगाया गया है जहां पर आने जाने वाले देखते तक नहीं हैं तो हैंडवॉश कौन करें। ऐसे में इस हैंडवॉश सिस्टम में पेड़ों के पत्ते भरे हुए हैं। अब हैंडवॉश सिस्टम से सिर्फ पानी आता है।

एसएसपी ऑफिस

एसएसपी ऑफिस में डेली पचास से अधिक फरियादी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों का भी आना जाना होता है। ऑफिस में दूर दराज देहात से भी लोगों का आना होता है। इसीलिए एसएसपी ऑफिस में भी एक टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम लगवाया गया था। सिस्टम लगा तो दिया लेकिन वह ऐसी जगह पर लगा है जहां पर उसे कोई यूज ही नहीं करता है। जिस कारण वह खाली पड़ा कंडम हो चुका है।

नगर निगम ऑफिस

नगर निगम ऑफिस में भी मेन गेट के पास टच फ्री हैंड वॉश सिस्टम लगाया गया था। इसमें लिक्विड सोप के नाम पर सिर्फ खाली बॉटल लगी है। वहीं इस सिस्टम को ऐसी जगह पर पेड़ के पास लगाया है जहां पर इसका पैडल भी दबने की कंडीशन में नहीं है। जिसके चलते इस मशीन को भी कोई यूज नहीं करता है।

-शहर के कई मेन एरिया में टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम स्मार्ट सिटी के तहत लगवाए गए थे। कहीं सिस्टम अब खराब हो गए हैं तो इसकी जानकारी नहीं है। इनको दिखवाया जाएगा। अगर ठीक नहीं हैं तो उन्हें ठीक कराया जाएगा।

संजीव प्रधान पर्यावरण अभियंता

शहर में हैंडवॉश के लिए कई जगह स्मार्ट सिटी के तहत यह सिस्टम लगाए तो गए हैं। लेकिन इन सिस्टम को कितना यूज किया जा रहा है, क्या यह सिस्टम कारगर है इनको देखने वाला कोई नहीं है।

नीरज

टच फ्री हैंडवॉश सिस्टम लगाए तो गए लेकिन अब यह अधिकतर तो खराब पड़े हैं। एक तो लगाए ठीक जगह पर नहीं गए हैं। दूसरा यह जहां पर लगाए गए उसमें हैंड वॉश के नाम पर सिर्फ पानी ही आता है।

विकास

हैंड वॉश के लिए सिस्टम में पानी ही मिलता है उसमें सैनेटाइजर के नाम पर सिर्फ खाली बोतल लगी हुई है। अब ऐसे में कोई इसको कैसे यूज करें। क्योंकि इसमे से अधिकांश तो टूटे हुए पड़े हैं।

हिमांशु