बरेली (ब्यूरो)। 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में कोरोना सैंपल जांच को लैब भेजने के बजाए पैरों से अधिकारी-कर्मचारियों ने तोड़े, मामले का विडियो वायरल होने के बाद अब शासन ने मामले को गंभीरता से लिया है, शासन ने डीएम को आदेश जारी किया है कि दो दिन मामले की नये सिरे से जांच कर सैंपल तोडऩे और जांच को नहीं भेजे जाने पर लापरवाही करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर फौरन कार्रवाई करने को कहा है। आदेश के अनुपालन में वेडनसडे को एडीएम सिटी आरपी पांडेय ने 300 बेड कोविड हॉस्पिटल का जायजा लिया वहीं अधिकारियों से पूछताछ की।

से कमरा क्यों बंद है
वेडनसडे दोपहर करीब डेढ़ बजे एडीएम सिटी 300 बेड कोविड हॉस्पिटल पहुचें, उन्होने सबसे पहले जिस कमरे के बाहर कोरोना जांच सैंपलों को पैरों से तोड़ते हुए अधिकारी-कर्मचारियों को विडियो वायरल हुआ था इसको देखा तो इसमें ताला लगा हुआ था, इस पर हॉस्पिटल के पूर्व सीएमएस डॉ। सतीश चंद्रा ने फौरन कर्मचारी को लॉक खोलने को कहा, इस पर एडीएम ने पूछा कि ये वही कमरा है जहां सैंपल रखे हुए थे इस पर कोई जबाव नहीं मिल सका।

सर मुझे हाल ही में चार्ज मिला था
कमरे का निरीक्षण करने के बाद एडीएम सिटी सीएमएस ऑफिस पहुंचे यहां ट्यूजडे को सीएमएस के प्रभार से हटाए गए डॉ। सतीश चंद्रा से सवाल किए, पूछा कि सैंपल क्यों जांच को नहीं भेजे गए, जिस पर डॉ। सतीश गोलमोल जवाब देते रहे। विडियो किसने बनाई, किस-किस ने सैंपल तोड़े गए हैं।

डॉ। सतीश चंद्रा से लिए गए बयान
एडीएम सिटी ने पूर्व सीएमएस डॉ। सतीश चंद्रा से बयान लिए इस दौरान सतीश चंद्रा ने कहा कि जिस दौरान कोरोना सैंपल तोड़े जा रहे थे इस दौरान एडी हेल्थ डॉ। एसके गर्ग, डॉ। पवन कपाही, पूर्व कोरोना सैंपलिंग प्रभारी डॉ। सीपी सिंह, एक फार्मासिस्ट और एक फोर्थ क्लास कर्मचारी मौजूद था। लेकिन इस दौरान सैंपल तोड़ते हुए विडियो किसने बनाई इसकी जानकारी नहीं है। वहीं विडियो में सिर्फ मुझे ही दिखाया गया है रंजिशन ऐसा किया गया है।

वर्जन
डीएम के आदेश पर एडीएम सिटी कोरोना सैंपलिंग मामले की नये सिरे से जांच कर रहे हैं, थर्सडे को जांच पूर्ण कर रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। मामले में दोषी पाए जाने वाले संबंधित अधिकारी-कर्मचारी पर कार्रवाई डीएम स्तर से की जाएगी।
डॉ। बलवीर सिंह, सीएमओ।