बरेली (ब्यूरो)। आवारा पशु लोगों के लिए समस्या पहले से ही बने हुए थे, लेकिन अब आवारा पशु जानलेवा साबित हो रहे हैं। सांड लगातार लोगों पर हमला कर रहे है, जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है। वेडनेसडे की शाम घर से निकले युवक पर सांड से हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। सुबह युवक का शव करेली श्मशान भूमि के पास बरामद हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से ही मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है।

खोजता रहा परिवार
मृतक के भाई बाबूराम ने बताया कि उसने बड़े भाई लालता प्रसाद पुत्र झंडू लाल खेती किसानी करते थे। वेडनेसडे की शाम करीब चार बजे वह घर से खाना खाकर टहलने की बात कहकर निकले थे। जिसके बाद वह पूरी रात घर वापस नहीं लौटे। इस दौरान परिवार ने लालता प्रसाद को आसपास क्षेत्र के साथ ही दोस्ती और रिश्तेदारी में काफी तलाश किया। बावजूद इसके लालता प्रसाद का कोई सुराग नहीं लगा। मृतक के भाई ने बताया कि सुबह करेली शामशान भूमि के पास से पूजारी धन्ने गुजर रहे थे। इसी बीच उनकी नजर लालता प्रसाद के शव पर पड़ी। घटना की जानकारी धन्ने ने मृतक के भाई बाबू राम का दी। मौके पर पहुंचे बाबूराम ने देखा की उनके भाई शव खून से लथपथ पड़ा हुआ है। शव पर मिट्टी लगी हुई थी। आसपास गाय और सांड घूम रहे थे। बाबू राम ने बताया सांड के ही हमले से उनके भाई की मौत हुई है।

छोडक़र जा चुकी है मां
मृतक के भाई ने बताया कि करीब दस साल पहले लालता प्रयाद और उनके बेटे अवतार को भाभी छोडक़र चली गईं थी। इसके बाद से वह कहां हैं, इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। न ही दोनों परिवारों ने एक दुसरे से संपर्क करने की कोशिश की। मां के छोडक़र जाने के बाद से ही अवतार को पिता का सहारा था। जो पिता की मौत के बाद खत्म हो गया।

मौत के बाद टूटती हैं नींद
बता दें कि जनवरी में शहर के संजय नगर में सांड़ के हमले से हुई रिटायर्ड मैनेज की मौत के बाद प्रशासन जागा की नींद टूटी थी। इसके बाद पशुओं को पकडऩे के लिए अभियान शुरू कराया गया, जो कुछ समय में ही ठंडा हो गया था। इसके बाद तीन फरवरी को शाही में सांड के हमले में किसान की मौत के बाद ग्राम प्रधान और सचिव पर भी एफआईआर हुई थी। इसके बाद फिर से सिटी में सांड को पकडऩे का अभियान कुछ दिन चला था। अब एक बार फिर सांड के हमले से युवक की मौत हो गई है। द

नहीं बन पाईं नंदीशाला
सिटी में ही नहीं सांड के हमलों से रूरल एरिया में भी लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद सीडीओ ने सात दिनों तक लगातार अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। अभियान सही से चलाया जा सके, इसकी जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारियों को गई थी। इसके साथ नंदीशाला बनाने के निर्देश दिए गए थे। ताकि सांड को पकडक़र नंदीशाला में रखा जा सके।

नहीं हुआ आदेश का पालन
जिले में खतरनाक साबित हो रहे छुट्टा पशुओं को पकडऩे के लिए पशुधन मंत्री धर्म सिंह ने भी अफसरों को निर्देश दिए थे। उन्होंने प्रभावी तरीके से अभियान चलाकर छुट्ट्टा जानवरों को पकड़े जाने की बात कहीं थी। उन्होने संबंधित विभागों को निर्देश दिए थे कि पशुओं को लगातार आवारा पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाते रहे। ताकि लोगों को इससे दिक्कत न हो। इसके साथ ही उन्होने कहा था कि लगातार पशुओं के हमले की शिकायत आ रहीं हैं। मंत्री के निर्देश पर कुछ दिन तो अभियान चला, लेकिन बाद में इस अभियान को बंद कर दिया गया। छुट्टा पशुओं को पकडऩे के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अब तक करीब 400 से अधिक पशु पकड़े भी जा चुके हैं पशु छोडऩे वालों के भी खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बीडीओ ओम प्रकाश ने बताया कि छुट्टा पशुओं को पकडऩे के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अब तक करीब 400 से अधिक पशु पकड़े भी जा चुके हैं पशु छोडऩे वालों के भी खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

केस वन
तीन जनवरी 2024 सीबीगंज के मथुरापुर निवासी पीके कंपनी के सुपरवाइजर अनिल बाइक से फैक्ट्री जा रहे थे। इसी बीच उन्हें छुट्टा सांड ने घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। परिजन उन्हें हॉस्पटल ले गए थे। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

केस टू
नौ जनवरी 2024 प्रेमनगर थाना क्षेत्र के झूलेलाल गेट के रहने वाले बनवारी लाल डेलापीर मंडी सब्जी लेने के लिए जा रहे थे। इस दौरान उन्हें सांड ने पटक-पटक कर घायल कर दिया था। परिजन उन्हे राजेंद्र नगर के निजी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।

केस थ्री
24 जनवरी 2024 बारादरी के संजय नगर निवासी रिटायर्ड बैंक मैनेजर करुणा शंकर पांडेय मार्निंग वॉक से आ रहे थे। घर से कुछ दूरी पर उन पर सांड ने हमला कर दिया था। इस दौरान उनकी भी मौत हो गई थी, जिसकी सीसीटीवी फटेज खूब वायरल हुई थी।

केस फोर
फरवरी 2024 में शाही थाना क्षेत्र के गांव सिहौर निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग जागन लाल दोपहर को दरवाजे पर बैठे धूप सेंक रहे थे.् इस दौरान वहां से गुजर रहे आवारा सांड ने उन पर हमला बोल दिया था। हमले में उनकी भी मौके पर ही मौत हो गई थी।